उत्तर प्रदेश के बहराइच के दिल छूने वाला मामला सामने आया है, जहां एक डेढ़ महीने के बीमार बच्चे को बचाने के लिए यूपी पुलिस के सिपाही ने खून देकर जान बचाई है. बहराइच के थाना मोतीपुर क्षेत्र के जालिम नगर निवासी एक ग्रामीण के डेढ़ माह के बेटे की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्चे की हालत देख डॉक्टरों ने उसे खून चढ़ाने की बात कही, फिर क्या था बच्चे के परिजन खून के दौड़ लगाते रहे और जब कोई व्यवस्था नहीं हुई तो जिला अस्पताल में बच्चे के परिजन रोते नजर आए.
अस्पताल में बच्चे के रोते परिजनों पर पुलिस चौकी में तैनात एक सिपाही की नजर जैसे ही पड़ी तो पीड़ा सुनकर उसका दिल पसीज गया और फिर उसने अपना खून देकर मासूम के इलाज में सहयोग किया. बता दें कि मोतीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जालिम नगर निवासी अरविंद कुमार के बेटे आदित्य कई दिनों से बीमार चल रहा था. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
अरविंद कुमार अपने मासूम बेटे को इलाज के लिए एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए, जहां मासूम के शरीर में सिर्फ छह यूनिट ब्लड होने की बात डॉक्टर ने बताई. साथ ही एक यूनिट खून की मांग की. सैकड़ो किलोमीटर दूर गांव से आया ग्रामीण जिला अस्पताल पहुंचा, लेकिन डोनर न मिलने से उसे खून नहीं मिला. इस पर वह जिला अस्पताल में ही रोने लगा.
इसके बाद सिपाही अखिलेश वर्मा मौके पर पहुंचे. सिपाही को लगा शायद उसकी बाईक चोरी हो गई होगी, इसलिए रो रहा होगा. जब सिपाही ने पूछा कि क्या बाइक चोरी हो गई है? फिर उसने सिसकते हुए बताया कि उसके बेटे की जान बचाने के लिए एक यूनिट खून की जरूरत है, लेकिन उसे खून नहीं मिल पा रहा. इस पर सिपाही ने कहा कि चलो खून हम दे देते हैं. जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच कर सिपाही ने एक यूनिट खून दिया और फिर मासूम को खून चढ़ाया गया. सिपाही के कार्य की साथी पुलिसकर्मी और अन्य लोग जमकर सराहना कर रहे हैं.