अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Eleciton 2024) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को रोकने के लिए सभी विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं और हाल ही में विपक्षी एकता को बढ़ावा देने के लिए पटना में एक बैठक आयोजित की गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने विपक्षी एकता पर निशाना साधा है और बैठक में शामिल होने वाली समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर तंज कसते हुए कहा है कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पार्टी चिपको आंदोलन (Chipko Movement) में माहिर है.
सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गौतमबुद्ध नगर के नोएडा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिस दौरान उन्होंने 1719 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 124 से अधिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. सीएम योगी ने कहा कि सपा, राष्ट्रीय लोकदल, जनता दल-यूनाइटेड और अन्य दल जो खुद को जयप्रकाश नारायण (दिवंगत समाजवादी नेता) का अनुयाई कहते हैं, वे उन लोगों (कांग्रेस) से मिल गए, जिन्होंने लोकतंत्र को कुचल दिया.
जिन लोगों ने लोकतंत्र को रौंदा था, आज उनके साथ समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल, जेडीयू और जेपी के अनुयायी कहे जाने वाले अन्य दलों की सांठ-गांठ हो रही है… pic.twitter.com/4DdUk7tqD3
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 25, 2023
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि जनता यह भी देख रही है कि वह कैसे अपने पाप और भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम योगी ने कहा, ‘सपा का एक लंबा इतिहास है. जैसे कि साल 2004 में उन्होंने बिना मांगे कांग्रेस को समर्थन दिया. हालांकि, कांग्रेस उनका समर्थन नहीं चाहती थी पर सपा ने इसके लिए दबाव बनाया. यह पार्टी ‘चिपको आंदोलन में विशेषज्ञ’ है.’
सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि समाजवादी पार्टी (SP) पहले भी ऐसा कर चुकी है और अब एक बार फिर ऐसा ही किया. चिपको आंदोलन का आशय वर्ष 1973 के अहिंसक आंदोलन से है, जिसे आज के उत्तराखंड के स्थानीय लोगों ने वनों की कटाई के खिलाफ वृक्षों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए चलाया था. इस आंदोलन के तहत महिलाओं समेत स्थानीय लोग वृक्षों को बचाने के लिए उन्हें पकड़कर उनसे चिपक गए थे. पटना में विपक्षी दलों की बैठक गत 23 जून को हुई थी, जिसमें सपा ने हिस्सा लिया था.