अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती “दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण” रिश्तों में से एक है, क्योंकि दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दोंं को लेकर बात की गई। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की इस ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान कई अहम बातें हुईं जिसमें भारत की अपनी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को और बढ़ाने के लिए कई प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
जो बाइडेन ने ट्वीट किया, “संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण है और यह पहले से कहीं अधिक मजबूत, करीबी और अधिक गतिशील बनी है।”
The friendship between the United States and India is among the most consequential in the world. And it's stronger, closer, and more dynamic than ever. pic.twitter.com/6B8iLCos3f
— President Biden (@POTUS) June 25, 2023
बाइडेन के इस ट्वीट के जवाब में, प्रधान मंत्री मोदी ने अमेरिका-भारत की दोस्ती की ताकत की पुष्टि करते हुए कहा, “मैं आपसे पूरी तरह से सहमत हूं, @POTUS @JoeBiden! हमारे देशों के बीच की दोस्ती वैश्विक भलाई की ताकत है। यह पूरी दुनिया को बेहतर और अधिक टिकाऊ बनाएगी।”
I fully agree with you, @POTUS @JoeBiden! Friendship between our countries is a force of global good. It will make a planet better and more sustainable. The ground covered in my recent visit will strengthen our bond even more. 🇮🇳 🇺🇸 https://t.co/iEEhBIYG17
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2023
पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा पर गए थे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 25 से 27 जून तक तीन दिवसीय आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए पीएम मोदी की मेजबानी की, जिसमें व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में एक भव्य स्वागत समारोह, एक राजकीय रात्रिभोज और प्रौद्योगिकी उद्योग के नेताओं, उद्यमियों, अधिकारियों और सीईओ के साथ एक गोलमेज बैठक शामिल थी।
व्हाइट हाउस ने अपने साप्ताहिक ईमेल अपडेट में इस बात पर जोर दिया कि मोदी की राजकीय यात्रा ने अमेरिका और भारत के बीच गहरी और करीबी साझेदारी की पुष्टि की है। इस यात्रा ने स्वतंत्र, खुले, समृद्ध और सुरक्षित भारत-प्रशांत क्षेत्र के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता के साथ-साथ रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में उनकी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने के उनके दृढ़ संकल्प पर प्रकाश डाला।
दोनों नेताओं ने शैक्षिक आदान-प्रदान बढ़ाने, दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन, कार्यबल विकास और स्वास्थ्य सुरक्षा सहित विभिन्न चुनौतियों पर सहयोग करने पर भी चर्चा की।