हिमाचल में तीन दिन की भारी वर्षा और भूस्खलन के बाद चौथे दिन मंगलवार को लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुईं हैं। मंगलवार को हुई वर्षा से सात मकान, एक पशुशाला व एक दुकान क्षतिग्रस्त हुई है। उत्तराखंड में भी लगातार हो रही वर्षा के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बुधवार के लिए भी दोनों प्रदेशों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार हुई वर्षा के कारण प्रदेश में 275 सड़कें बंद हैं। इन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं, जिसके कारण पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। करीब 190 ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित है। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पंडोह के पास मलबा हटाने के बाद मंगलवार दोपहर बाद वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह बहाल हो गया है। चंबा ले के पांगी में सिद्ध मंदिर के पास नाले का जलस्तर बढ़ने से हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की चार बसें फंस गई। सीमा सड़क संगठन की मशीनरी की मदद से बसों को बाहर निकाला गया।
उत्तराखंड के चार जिलों में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के बाद से वर्षा का क्रम जारी है। मंगलवार को पर्वतीय जिलों में सुबह रुक-रुककर हुई वर्षा। चार धाम यात्रा सुचारू रही। पिथौरागढ़ में मलबा आने से बंद चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग तीन दिन बाद खुल गया है। मार्ग खुलने के साथ ही धारचूला में फंसे 18वें दल के आदि कैलास यात्री महादेव के जयकारों के साथ गुंजी के लिए रवाना हुए।
हिमाचल में यलो तो उत्तराखंड में आरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने किन्नौर और लाहुल-स्पीति को छोड़ अन्य जिलों में 28 जून को आंधी और भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में भारी वर्षा के कारण नदियां व नाले उफान पर हैं। लोगों को नदी व नालों के आसपास न जाने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है। वहीं, उत्तराखंड में भी बुधवार के लिए नैनीताल, देहरादून, टिहरी व बागेश्वर में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है।