हिंसा ग्रस्त राज्य मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने आज पीड़ितों से मिलने के बाद राज्य के लोगों को संदेश दिया है. राहुल गांधी ने कहा, हिंसा से किसी भी तरह का कोई हल नहीं निकलेगा सिर्फ शांति ही समाधान है.
राहुल गांधी ने वहां पर मीडिया से बात करते हुए कहा, मणिपुर को शांति की जरूरत है. मैं राहत शिविरों में गया और हर समुदाय के लोगों से मिला. राहत शिविरों में दवाई, खाने की कमी है जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. मेरी मणिपुर के हर व्यक्ति से अपील है कि शांति बनाए रखें. मैं यहां मौजूद हूं और जो शांति कि लिए कर सकता हूं वह करूंगा.
#WATCH मणिपुर को शांति की जरूरत है। मैं राहत शिविर में गया और हर समुदाय के लोगों से मिला। राहत शिविरों में दवाई, खाने की कमी है जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। मेरी मणिपुर के हर व्यक्ति से अपील है कि शांति बनाए रखें। मैं यहां मौजूद हूं और जो शांति कि लिए कर सकता हूं वह करूंगा:… pic.twitter.com/1mvg4Zz45g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2023
मणिपुर में अपने दौरे के दूसरे शुक्रवार (30 जून) को राहुल गांधी ने बिष्णुपुर जिले के मोइरांग शहर में दो राहत शिविरों का दौरा किया. इस दौरे में उन्होंने हिंसा से विस्थापित हुए पीड़ितों से मुलाकात की. कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी सुबह करीब साढ़े 9 बजे हेलीकॉप्टर से मोइरांग पहुंचे और उन्होंने यहां प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी व्यथा भी सुनी. राहुल गांधी के साथ मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, पार्टी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल, पीसीसी अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और पूर्व सांसद अजय कुमार थे.
मोइरांग एक ऐतिहासिक शहर है जहां आईएनए (आजाद हिन्द फौज) ने 1944 में भारत का तिरंगा झंडा फहराया था. अपने दौरे के पहले दिन राहुल गांधी ने चुराचांदपुर में राहत शिविरों का दौरा किया था, जो जातीय दंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक है.