क्या बिहार की सियासत में एक बार फिर बड़ा बदलाव होने वाला है? ये सवाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह से हुई मुलाकात के बाद से उठने लगा है. हरिवंश नारायण जनता दल यूनाइटेड से राज्यसभा सांसद हैं. मुख्यमंत्री के साथ उनकी मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में अकटलों का बाजार तेज हो गया है.
क्या बिहार की सियासत में एक बार फिर बड़ा बदलाव होने वाला है? ये सवाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह से हुई मुलाकात के बाद से उठने लगा है. हरिवंश नारायण जनता दल यूनाइटेड से राज्यसभा सांसद हैं. मुख्यमंत्री के साथ उनकी मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में अकटलों का बाजार तेज हो गया है.
जेडीयू सांसद हरिवंश नारायण ने पार्टी के मना करने के बावजूद नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे. उनके इस कदम पर नीतीश कुमार की पार्टी ने नाराजगी भी जताई थी. हालांकि, वर्तमान में दोनों की मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब नीतीश कुमार के पाला बदलने को लेकर कयास तेज हो चुके हैं.
दरअसल, चुनावी तैयारी को लेकर नीतीश कुमार इन दिनों अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों और सांसदों से मिल रहे हैं. आमने-सामने होने वाली बातचीत के इसी क्रम में उनकी मुलाकात हरिवंश नारायण से हुई.
Deputy Chairman of Rajya Sabha, Harivansh met Bihar Chief Minister Nitish Kumar at 1 Anne Marg in Patna last evening.
The Deputy Chairman's office tells ANI that it was only a courtesy call to the CM and lasted for 15 minutes.
(File photos) pic.twitter.com/wgUrXBLOUo
— ANI (@ANI) July 4, 2023
क्रिकेट और राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. इसके बावजूद बड़ा सवाल ये है कि क्या बीजेपी नीतीश कुमार को एक बार फिर स्वीकार करेगी और करेगी किन शर्तों पर? क्योंकि हाल के दिनों में अमित शाह कई बार बिहार का दौरा कर चुके हैं.
इस दौरान उन्होंने जमकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा था और कहा था कि बीजेपी के रास्ते नीतीश कुमार के लिए बंद हो चुके हैं. हालांकि, आखिरी दौरे पर उन्होंने नीतीश पर सीधे हमला नहीं बोला. इस बार उन्होंने करप्शन के मुद्दे पर बात की.