महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा बुधवार को मुंबई में बुलाई गई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की बैठक में पार्टी के 53 में से करीब 35 विधायक शामिल हुए. ये संख्या बढ़ भी सकती है. विधायक अनिल पाटिल ने दावा किया कि पार्टी के 53 में से 40 विधायक अजित पवार के समर्थन में हैं. इस बैठक के दौरान अजीत पवार ने कहा, ‘जब देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनना था तो हमें शरद पवार ने कहा कि तुमको शपथ विधि के लिए जाना है. मैं सब लोगों के साथ शपथ विधि के लिए गया. अगर मैंने गलत बोला तो मैं अपने पिता की औलाद नहीं.’
अजित पवार ने कहा, एनसीपी ने कांग्रेस से अधिक विधायक होने के बावजूद 2004 में मुख्यमंत्री पद हासिल करने का अवसर खो दिया था. वहीं, प्रफुल्ल पटेल ने कहा, जब महाराष्ट्र में एमवीए सरकार गिरने वाली थी, तब सभी एनसीपी विधायकों एवं मंत्रियों ने शरद पवार से भाजपा के साथ जाने का अनुरोध किया था.
In the 2004 Vidhan Sabha election, NCP had more MLAs than Congress. Had we not given Chief Minister post to Congress at that time, till date, Maharashtra would have had a Chief Minister only from Nationalist Congress Party: Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar at the meeting of his… pic.twitter.com/6Fel4gQ0ka
— ANI (@ANI) July 5, 2023
एनसीपी के 8 विधान पार्षद में से भी 5 नेताओं ने उपनगर बांद्रा में हुई बैठक में भाग लिया. महाराष्ट्र विधानमंडल के पूर्व प्रधान सचिव अनंत कलसे ने कहा कि अजित पवार को अयोग्यता से बचने के लिए कम से कम 36 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है.
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने के लिए उनसे बगावत करने वाले उनके भतीजे अजित पवार द्वारा शक्ति प्रदर्शन के लिए बुलाई गई अलग अलग बैठकों से कुछ घंटे पहले दोनों नेताओं के समर्थकों की भीड़ बुधवार को दक्षिण मुंबई स्थित उनके आवासों के बाहर एकत्र हो गई.
एनसीपी का शरद पवार धड़ा दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में और पार्टी का ही अजित पवार धड़ा उपनगरीय बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में बुधवार को अपनी-अपनी बैठक कर रहा है. शरद पवार के दक्षिण मुंबई स्थित आवास ‘सिल्वर ओक’ के बाहर एकत्र उनके समर्थकों की भीड़ में एक पार्टी कार्यकर्ता को पोस्टर थामे देखा गया, जिस पर लिखा था- ‘83 वर्षीय योद्धा अकेले लड़ाई लड़ रहा है’.