उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेता अगले सप्ताह यूक्रेन के सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण, उच्च स्तर पर परामर्श के लिए एक मंच के गठन और एक दिन उसे संगठन का सदस्य बनाने पर सहमत होंगे. संगठन के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने हालांकि, बताया कि यूक्रेन की सदस्यता पर निकट भविष्य में बातचीत शुरू नहीं होगी.
नाटो का दो दिवसीय शिखर सम्मेलन अगले सप्ताह मंगलवार से लिथुआनिया की राजनधानी विलिनियस में आयोजित होगा जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके समकक्ष, साझेदार के तौर पर यूक्रेन में रक्षा पर खर्च बढ़ाने, हथियारों एवं गोला बारूद की आपूर्ति करने एवं वर्दी एवं चिकित्सा सामग्री मुहैया कराने पर सहमत होंगे. यूक्रेन 17 महीने से रूस के हमले का सामना कर रहा है.
अधिकारी ने बताया कि उम्मीद है कि नाटो के नेता विश्व के सबसे बड़े सैन्य संगठन में स्वीडन का बतौर नया सदस्य स्वागत करेंगे बशर्ते वे तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोआन की आपत्तियों को दूर कर लेते हैं. अगर ऐसा होता है तो भी स्वीडन के सदस्य बनने की आधिकारिक घोषणा आने वाले महीनों में ही की जाएगी.
Ukraine's pathway to NATO will be discussed at the summit, but Kyiv still has further steps that it needs to take before membership and Ukraine will not be joining NATO coming out of this summit: US NSA Jake Sullivan on forthcoming Nato summit in Lithuania’s Vilnius pic.twitter.com/UykNlGcH1J
— ANI (@ANI) July 7, 2023
जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, ‘सम्मेलन में हम यूक्रेन को और मजबूत बनाएंगे और उसके भविष्य को लेकर दृष्टिकोण पेश करेंगे. सहायता के लिए बहुवर्षीय कार्यक्रम पर सहमत होंगे ताकि यूक्रेन के सशस्त्र बलों और नाटो के बीच अंतर-अभियान समन्वय सुनिश्चित हो सके. ’
स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि नाटो-यूक्रेन परिषद की स्थापना की जाएगी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की बुधवार को विलिनियस में होने वाली बैठक में शामिल होंगे.