ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इसके लागू होने पर पांच साल तक साड़ी पहनेंगे, दाढ़ी बढ़ाएंगे और मांस नहीं खाने की कसम खाई। हालांकि अजमल ने असम में बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने संबंधी मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा की बात का समर्थन भी किया। गुरुवार को धुबड़ी में एक रैली में बदरुद्दीन अजमल ने यूसीसी पर आपत्ति जताई है। अजमल ने कहा कि मोदी सरकार समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए संसद में प्रस्ताव पारित कराने पर तुली हुई है, वे इसकी आलोचना करते हैं।
उन्होंने लोगों को उकसाते हुए कहा कि यूसीसी लागू होता है, तो वह अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करेंगे। समान नागरिक संहिता लागू होने पर हम सभी साड़ी पहनेंगे। कभी-कभी हमारे पास दाढ़ी होगी, कभी-कभी नहीं। क्या सरकार इसे स्वीकार करेगी? हम पांच साल तक दाढ़ी बढ़ाएंगे, पांच साल तक मांस खाना बंद कर देंगे और अगले पांच साल तक शाकाहारी रहेंगे। कृपया मेरी बात का उत्तर दें और काम करना शुरू करें। अजमल ने कहा कि क्या हर कोई उनकी बात से सहमत है और क्या हर कोई उनकी तरह साड़ी पहनेगा। अजमल ने सभा में यूसीसी के फायदे और नुकसान को अपने तरीके से समझाया। अजमल ने कहा कि अभी यूसीसी से जुड़े विभिन्न मुद्दों की जांच विधि आयोग और संसदीय समिति कर रही है। असम सरकार पहले ही यूसीसी का समर्थन कर चुकी है। उन्होंने कहा कि हम असम में बहुविवाह पर तत्काल प्रतिबंध चाहते हैं, यह राज्य के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा भी चाहते हैं।