22 जुलाई 2023 को केंद्र सरकार के सातवें रोजगार मेला का आयोजन हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 हजार से ज्यादा लोगों को नियुक्ति-पत्र सौंपे। देश के 20 राज्यों में 44 जगहों पर हुए इस आयोजन से पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। इस दौरान उन्होंने देश की मजबूत बैंकिंग सेक्टर का जिक्र करते हुए कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर फोन बैंकिंग घोटाले का आरोप लगाया।
युवाओं को नौकरी का लेटर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन काफी ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण है। 1947 में 22 जुलाई को ही संविधान सभा ने तिरंगे के वर्तमान स्वरुप को स्वीकार किया था। ऐसे दिन पर आपको नौकरी मिलना प्रेरणादायक है। सरकारी नौकरी में रहते हुए आपको कोशिश करनी है कि तिरंगे की आन-बान-शान पर कोई आँच न आए।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान जब देश विकास के पथ पर चल रहा है, सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करने का अवसर मिलना बहुत सम्मान की बात है। इस देश के लोगों ने भारत को एक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। अगले 25 साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। आजादी के इस अमृतकाल में सभी देशवासियों ने अगले 25 वर्ष में भारत को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। जैसे आपके जीवन में अगले 25 साल महत्वपूर्ण हैं, वैसे ही भारत के लिए अगले 25 साल बहुत ही अहम हैं।”
इस मौके पर उन्होंने देश के बैंकिंग सेक्टर पर भी बात की। पीएम ने कहा कि अर्थव्यवस्था के विस्तार में बैंकिंग सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका होती है। आज भारत उन देशों में से एक है जहाँ का बैंकिंग सेक्टर सबसे मजबूत माना जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उनकी सरकार ने सरकारी बैंकों के मैनेजमेंट को सशक्त किया। छोटे-छोटे बैंकों को जोड़कर बड़े बैंकों का निर्माण किया। यह सुनिश्चित किया कि बैंक में सामान्य लोगों की 5 लाख रुपए तक की राशि कभी न डूबे।
जिन सरकारी बैंकों की चर्चा हज़ारों करोड़ के नुकसान के लिए होती थी, NPA के लिए होती थी, आज उनकी चर्चा रिकॉर्ड प्रॉफिट के लिए हो रही है: PM @narendramodi pic.twitter.com/gobKERHME9
— PMO India (@PMOIndia) July 22, 2023
पीएम मोदी ने कहा, “जिन सरकारी बैंकों की चर्चा कभी हजारों करोड़ के नुकसान के लिए होती थी। NPA के लिए होती थी। आज उनकी चर्चा रिकॉर्ड प्रॉफिट के लिए हो रही है।” इस दौरान उन्होंने पिछली सरकार के फोन बैंकिंग घोटाले का भी उल्लेख किया। कहा कि इसने बैंकिंग सेक्टर की कमर तोड़ दी थी। जो सरकार के करीबी थे उन्हें एक फोन कॉल पर बैंकों से हजारों करोड़ों के लोन दिए जाते थे। उनका भुगतान आजतक नहीं हुआ है। बदहाल बैंकिंग इंड्रस्टी को हमने 2014 में फिर से खड़ा करने की कोशिश शुरू की और आज भारत का मजबूत बैंकिंग सिस्टम सबके लिए गर्व का विषय है।