पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा को लेकर बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ने अपनी रिपोर्ट जारी कर दी है। यह कमिटी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बनाई थी। कमिटी में बीजेपी के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को कन्वेनर बनाया गया था जबकि सांसद सत्यपाल सिंह, रेखा वर्मा, बृजलाल और राजदीप रॉय इसके सदस्य थे। बता दें कि सत्यपाल सिंह और बृजलाल पुलिस के शीर्ष और जाने-माने अफसरों में शुमार रहे हैं।
‘हम लोगों को कई जगह रोका गया’
बंगाल के हालात पर बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हम लोगों ने बंगाल में करीब 2 हजार किलोमीटर का दौरा किया। ममता बनर्जी की सरकार में हमने विकृत लोकतंत्र देखा। हमें राज्य में कई जगह रोका गया। हमारी रिपोर्ट के पांच मूल बिंदु है, 1) नॉमिनेशन नहीं करने देंगे, 2) नॉमिनेशन कर लिया तो प्रचार नहीं करने देंगे, 3) अगर प्रचार किया तो आपके लोगों को किडनैप कर लेंगे, 4) आपके ऊपर बम फेंकेंगे, और 5) अगर जीत गए तो आपको सर्टिफिकेट नहीं देंगे।’ रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम उन लोगों से मिले जिन्हें बुरी तरह पीटा गया था, और उन लोगों से मिलना पीड़ादायक था।
Shri @rsprasad & Fact Finding Committee members for West Bengal Panchayat Elections violence jointly address a press conference at party headquarters in New Delhi. https://t.co/zwOMNyCZXN
— BJP (@BJP4India) July 26, 2023