ज्ञानवापी परिसर में एएसआई द्वारा सर्वे का कार्य लगातार जारी है। सावन माह के सोमवार की वजह से भक्तों की भीड़ को देखते हुए सर्वे का काम सुबह 11.30 बजे के बाद शुरू हुआ। हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि तहखाने के अंदर खंभों पर हिंदू धर्म से जुड़ी तमाम कलाकृतियां मिली है। तहखानों में कई मूर्तियों के अवशेष भी मिले हैं। वहीं मुस्लिम पक्ष ने सर्वे को लेकर लीक हो रही खबरों पर नाराजगी व्यक्त की है।
रविवार को एएसआई की टीम सीढ़ियों के जरिए गुंबद पर चढ़ी और सर्वे का कार्य किया गया। व्यास जी के तहखाने को भी एएसआई टीम ने खोला।अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि यह एक लंबी प्रक्रिया है। सभी साक्ष्य वैज्ञानिक परीक्षण के आधार पर संकलित किए जा रहे हैं। मुस्लिम पक्ष के कब्जे में जो तहखाना था, उसको भी खोला गया है। फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, थ्री डी इमेज भी लिए जा रहे हैं। तीनों गुंबद के ऊपर स्टडी टीम ने जांच की है। मुख्य गुंबद के नीचे की सतह पर काफी देर तक जांच होती रही।
अधिवक्ता सुभाष चंदन चतुर्वेदी ने बताया कि टीम वजूखाने को छोड़कर एक-एक जगह की बारीकी से जांच कर रही हैं। एएसआई की टीम अपने हाईटेक इंस्ट्रूमेंट के जरिये परिसर में मिली कलाकृतियों और मूर्ति के कालखंड का पता लगा रही है। हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया जा रहा है कि सर्वे में भी विभिन्न बिंदुओं पर टेंपल आर्किटेक्ट सामने आए हैं। तीनों केंद्रीय गुंबदों के नीचे वैज्ञानिक अध्ययन चल रहा है। वहां फोटोग्राफी और माप की जा रही है।