तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को मंगलवार को राज्यसभा में अशोभनीय और अभद्र व्यवहार के लिए मौजूदा संसद सत्र के शेष अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। सदन के नेता पीयूष गोयल ने सदन की कार्यवाही में लगातार बाधा डालने, सभापति की अवज्ञा करने और सदन में लगातार अशांति पैदा करने के लिए उनके निलंबन के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद राज्यसभा के सभापति ने उन्हें मानसून सत्र की पूरी कार्यवाही से निलंबित कर दिया है।
वहीं मौजूदा संसद सत्र के शेष समय के लिए TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन के निलंबन पर राज्यसभा सांसद महेश जेठमलानी ने कहा कि डेरेक ओ ब्रायन इस तरह की कार्यवाही को आमंत्रित कर रहे थे। उन्हें पहले ही चार बार चेतावनी दी गई थी लेकिन वे नहीं माने। इसलिए, मुझे लगता है कि सभापति के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था।
#WATCH वे(डेरेक ओ ब्रायन) इस तरह की कार्रवाई को आमंत्रित कर रहे थे। मुझे लगता है कि उन्हें पहले ही चार बार चेतावनी दी गई थी लेकिन वे नहीं माने। इसलिए, मुझे लगता है कि सभापति के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था: मौजूदा संसद सत्र के शेष समय के लिए TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन के निलंबन पर… pic.twitter.com/pxPGi0E11E
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 8, 2023
राज्यसभा में मंगलवार को सभापति जगदीप धनखड़ और TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। दरअसल, राज्यसभा में मंगलवार को सदन की कार्यवाही की शुरुआत मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामे के साथ शुरू हुई थी। जिसके बाद जगदीप धनखड़ ने हस्तक्षेप करते हुए कहा था कि मुझे कड़ा निर्णय लेने पर मजबूर न करें, हमें अपना संयम बनाए रखने की आवश्यकता है, व्यवस्था का प्रश्न उठाएं, उस पर भाषण नहीं दें। सभापति के बार-बार आग्रह करने के बाद भी ब्रायन लगातार चीख-चिल्ला रहे थे, जिसके बाद सभापति ने उन्हें निलंबित कर दिया।