लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ दूसरे अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हो रही है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने इस प्रस्ताव को सदन में पेश किया है। प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी की तरफ से सांसद निशिकांत दुबे ने सबसे पहले अपनी बात रखी। निशिकांत दुबे ने अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि यह प्रस्ताव इसलिए लाया गया है क्योंकि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी जी को अपने बेटे राहुल गांधी को सेट करना है और दामाद रॉबर्ट वाड्रा को भेंट करना है।
निशिकांत दुबे ने यह भी कहा, “यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। यह क्यों लाया गया है? सानिया जी यहां बैठी हैं। मुझे लगता है कि उन्हें दो काम करने होंगे, बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है। यही इस प्रस्ताव का आधार है।” इस बात पर सोनिया गांधी कुछ नहीं बोली, जबकि विपक्ष के कुछ सांसदों ने ऐतराज जताना शुरू कर दिया। इस पर बिहार से बीजेपी के सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि जिनका नाम लिया जा रहा है, वह नहीं बोल रही हैं तो दूसरे सदस्य क्यों बोल रहे हैं।
निशिकांत दुबे ने कहा कि मैं अपनी बात पर कायम हूं। नेशनल हेराल्ड के एक इनकम टैक्स के मामले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अगर इसमें एक भी बात गलत निकले तो मेरी सदस्यता रद्द कर दी जाए। दुबे ने कहा कि अगर कल के भाषण में न्यूजक्लिक का नाम बहाल कर दिया गया है तो आपकी समस्या क्या है? उन्होंने कहा, ‘पूर्व सीपीएम प्रमुख प्रकाश करात ने सिंघम के साथ कई ईमेल का आदान-प्रदान किया था। यह मैं उन्हें रिकॉर्ड पर रख सकता हूं सीपीएम एक राष्ट्रविरोधी पार्टी है।’