ईसाई संस्थाएं कन्वर्जन अभियान को नए-नए प्रयोग से आगे बढ़ा रही हैं, शहर ने एक वेंकट हॉल में वंचित समाज के लोगों की भीड़ जुटाकर उन्हे स्क्रीन पर फिल्में दिखाकर ईसा मसीह के चमत्कार दिखाकर कन्वर्जन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। भारत के पिछड़े और वंचित समाज में अपनी बात समझाने के लिए फिल्में असरदार माध्यम हैं। इस मनोविज्ञान को ईसाई संस्थाएं भी कन्वर्जन के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं।
शहर के नई मंडी स्तिथ शगुन वेंकट हॉल में वंचित समाज की भीड़ जुटाकर उन्हें ईसा मसीह के चमत्कारों से संबंधित फिल्म दिखाई जा रही थी। फिल्म के बाद मांसाहारी भोजन की भी व्यवस्था की गई थी, ये खबर सुनते ही क्षेत्र के पार्षद प्रशांत गौतम अपने साथियों के साथ वहां पहुंचे और हालात को समझा, उन्होंने फोन करके पुलिस और हिंदू वादी संगठनों को इसकी सूचना दी। हिंदूवादी नेता मनोज सैनी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे, इसी बीच बाहर से आए आयोजक वहां से खिसक लिए। इस कार्यक्रम के लिए एक इवेंट कंपनी को भी शामिल किया गया था, ताकि किसी को शक न हो, इवेंट कंपनी की निहारिका का कहना था कि हमें तो पैसा दिया गया कि यहां स्क्रीन साउंड लगा दीजिए, भोजन की व्यवस्था के लिए कैटर करवा दीजिए।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही ईसाई संस्था के लोग, पेन ड्राइव लैपटॉप लेकर खिसक लिए। पुलिस थाना प्रभारी संतोष त्यागी के मुताबिक यहां जो कार्यक्रम करवा रहे थे। उनके विषय में जांच की जा रही है, उनका मकसद क्या था ? सभासद प्रशांत गौतम का कहना है कि ये ईसाई मिशनरियों का नया हथकंडा है और ऐसा ही एक कार्यक्रम मेरठ में भी करवाने पर हिंदू संगठनों ने विरोध किया था। ये संस्थाएं फिल्म दिखाती हैं, फिर वंचित समाज के लोगों को मांसाहारी भोजन करवाती हैं. फिर प्रलोभन देकर इनका कन्वर्जन करवाती हैं। हिंदूवादी नेता मनोज सैनी ने कहा है कि भोले भाले वंचित समाज को ये ईसाई संस्थाएं अपने जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन करवाने के लिए नित्य नए नए प्रलोभन देती हैं उन्हे गुमराह करती हैं और इनका नुकसान कर जाती हैं।