ज्ञानवापी की तरह अब श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा के वैज्ञानिक सर्वे की मांग भी पकड़ रही है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट ने दावों के प्रमाण सामने लाने को वैज्ञानिक सर्वे की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में 1968 के समझौते को दिखावा और धोखाधड़ी बताया गया है।
मथुरा में गोविंदनगर के रहने वाले श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष पांडेय की ओर से उनके अधिवक्ता सार्थक चतुर्वेदी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेश की है। इसमें विवादित बताए जाने वाली भूमि की पहचान, स्थान और नापतौल-माप की स्थानीय जांच की मांग उठाई गई है। याचिका में कहा गया हैं कि दोनों पक्षों के दावों की प्रमाणिकता सामने लाने के लिए वैज्ञानिक सर्वे की आवश्यकता है।
ज्ञानवापी में चल रहे वैज्ञानिक सर्वे को आधार बनाकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि के वैज्ञानिक सर्वे की मांग याचिका के जरिए की गई है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि इस तरह के निर्माण को मस्जिद नहीं माना जा सकता। 1968 में हुआ समझौता दिखावे और धोखाधड़ी है। बता दें कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह प्रकरण से जुड़े सभी केसों की सुनवाई हाईकोर्ट में किए जाने के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका दाखिल की थी। जिस पर अब 29 अगस्त को सुनवाई होनी है।