पंजाब पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले राज्य में आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने चेक गणराज्य में छिपे गुरदेव सिंह उर्फ जैसल द्वारा चलाए जा रहे आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के साथ ही तरनतारन से इस मॉड्यूल के तीन सदस्यों को तीन पिस्तौल व गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार गुरदेव जैसल कनाडा में छिपे आतंकियों लखबीर उर्फ लंडा और सतबीर सिंह उर्फ सत्ता के गिरोह का प्रमुख है, जो पुलिस स्टेशन सरहाली पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले और राज्य में टारगेट किलिंग में शामिल गिरोह का मुख्य शातिर है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अशमप्रीत सिंह निवासी नूरदी, प्रदीप सिंह और सुखमन दोनों निवासी शेरों, सरहाली (तरनतारन) के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने आरोपियों के कब्जे से तीन तमंचे और 37 हजार 500 रुपये की नकदी भी बरामद की है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुरदेव जैसल द्वारा माझा इलाके में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नया मॉड्यूल तैयार करने की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद तरनतारन पुलिस ने काउंटर इंटेलिजेंस के साथ संयुक्त ऑपरेशन के दौरान तीनों आरोपियों को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वे अपराध को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। तरनतारन के एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि चेक गणराज्य में छिपा जैसल पंजाब में अपने मॉड्यूल के सदस्यों से लगातार संपर्क में था और उन्हें शांति व सद्भाव बिगाडऩे के लिए आतंकवादी गतिविधियों और टारगेट किलिंग के लिए फोन पर निर्देश देता था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें आतंकवाद के लिए फंडिंग के रूप में हथियारों और धन की कुछ खेप मिली थी, जिन्हें गुरदेव जैसल के निर्देश पर विभिन्न व्यक्तियों तक पहुंचाया जाना था। एसएसपी ने बताया कि इनसे सभी अगले-पिछले कनेक्शनों का पता लगाने के लिए आगे पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में थाना सरहाली में तीनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
गैंगस्टर से आतंकवादी बना गुरदेव सिंह उर्फ जैसल, कनाडा में छिपे लखबीर सिंह लंडा और सतबीर सिंह उर्फ सत्ता का करीबी सहयोगी है, जिसने दिसंबर 2022 में तरनतारन जिले के सरहाली कलां पुलिस स्टेशन पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले की साजिश रची थी। वह 2022 में दुबई भाग गया, जहां से अवैध तरीके से वह यूरोप पहुंच गया। पंजाब में वह अपने साथियों की मदद से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए, लखबीर लंडा और सतबीर सत्ता की मदद कर रहा है।