प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को प्रख्यात वैज्ञानिक और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. वी.एस. अरुणाचलम के निधन पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने अरुणाचलम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन से वैज्ञानिक समुदाय में एक बड़ा खालीपन आ जाएगा।
Dr. V.S. Arunachalam’s passing away leaves a major void in scientific community and the strategic world. He was greatly admired for his knowledge, passion for research and rich contribution towards strengthening India’s security capabilities. Condolences to his family and well…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, “डॉ. वी.एस. अरुणाचलम का निधन वैज्ञानिक समुदाय और रणनीतिक दुनिया में एक बड़ा खालीपन छोड़ गया है। उनके ज्ञान, अनुसंधान के प्रति जुनून और भारत की सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में समृद्ध योगदान के लिए उनकी बहुत प्रशंसा की गई। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।”
विदेश मंत्री ने जताया दुख
वी. एस. अरुणाचलम वर्ष 1982-92 तक रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार रहे थे। इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनके योगदान के लिए उन्हें साल 1980 में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, 1985 में पद्म भूषण और 1990 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि डॉ. वी. एस. अरुणाचलम के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख पहुंचा है।
Deeply grieved to learn of the passing away of Dr. V S Arunachalam, former Scientific Advisor to Raksha Mantri.
Was a mentor to so many on defense, technology and nuclear matters.
Had the privilege of working closely with him, especially on the India-US relationship. Our trip… https://t.co/WIdMSmCSAc pic.twitter.com/wLupeXRvlx
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 16, 2023
बतादें, अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व महानिदेशक वी. एस. अरुणाचलम का बुधवार को अमेरिका में निधन हो गया था। 87 वर्ष की आयु में उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके परिवार ने एक बयान में कहा कि बड़े दुख के साथ हम डॉ. वी. एस. अरुणाचलम के निधन की सूचना दे रहे हैं।