केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार (17 अगस्त) को कहा कि लैपटॉप के आयात को बैन करने के फैसले में सुरक्षा संबंधी चिंताएं शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि इस फैसले से लैपटॉप की उपलब्धता या कीमत में कोई असर नहीं पड़ेगा और सरकार उद्योग के साथ जुड़ने और अन्य विकल्पों पर भी विचार करने के लिए तैयार है।
मंत्री गोयल ने कहा “यहां एक मुद्दा है, जो एक गंभीर सुरक्षा मामला है। यहां तक कि जहां शी जिनपिंग (चीन के राष्ट्रपति) मौजूद हैं, वहां टेस्ला कार को भी अनुमति नहीं है, क्योंकि वे सुरक्षा के जोखिमों के बारे में बहुत सचेत हैं। यहां तक कि एक कार की मौजूदगी के लिए भी चीन सचेत है। भारत को उन देशों से भी अपनी रक्षा करनी होगी जो भारत के विरोधी हैं।”
वर्तमान सरकार सुनने वाली और सुलभ सरकार है
पत्रकार नलिन मेहता की किताब के विमोचन के एक कार्यक्रम में पहुंचे गोयल ने कहा कि वर्तमान सरकार सुनने वाली और सुलभ सरकार है। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि लैपटॉप हमारे राजाना का साथी है। लैपटॉप का इस्तेमाल हमारी सभी विशेषाधिकार प्राप्त और गोपनीय जानकारी के लिए किया जा रहा है। लैपटॉप लीक का काफी शक्तिशाली स्रोत हो सकते हैं।”
सुरक्षा पर निजी अनुभव का दिया हवाला
मंत्री ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि समाचार देखने के दौरान उनका टेलीविजन अचानक एचडीएमआई 1 पोर्ट पर चला गया। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता, मैंने किसी भी उपकरण को नहीं छुआ है…जैसा कि अभी हुआ…अब मुझे अपने फोन को लेकर भी डर लग रहा है, इसकी भी जांच करानी होगी।” इवेंट के दौरान उनका फोन इंमरजेंसी मोड में जा रहा है।
तीन बड़ी कंपनियों से कर रहे बात
ओएनडीसी प्लेटफॉर्म के बारे में बात करते हुए, मंत्री गोयल ने कहा कि उन्होंने तीन बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों के मालिकों से सीधे संपर्क किया है और उन्हें फीडबैक मिला है कि उनकी प्रगति धीरे है। उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से उन तीनों को फोन करता हूं। और वे व्यक्तिगत रूप से मुझे ओएनडीसी पर उनकी कंपनियों द्वारा की जा रही प्रगति के बारे में अपडेट दे रहे हैं।”