पीएम नरेंद्र मोदी ने आज G20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक को वर्चुअली संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम ने भारत के तेजी से होते डिजिटलीकरण की बात कही। पीएम ने कहा कि भारत में 85 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जो दुनिया में सबसे सस्ती डेटा लागत का आनंद ले रहे हैं।
पीएम ने कहा कि हमने शासन को अधिक कुशल, समावेशी, तेज और पारदर्शी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।
#WATCH | "…Today India has over 850 million internet users enjoying some of the cheapest data costs in the world. We have leveraged technology to transform governance to make it more efficient, inclusive, faster & transparent…," says PM Narendra Modi while virtually… pic.twitter.com/Gmd5kvzG1X
— ANI (@ANI) August 19, 2023
AI को लेकर किया बड़ा एलान
पीएम ने बैठक में बड़ा एलान करते हुए कहा, – “हम एआई-संचालित भाषा अनुवाद मंच ‘भाषिणी’ का निर्माण कर रहे हैं। यह भारत की सभी विविध भाषाओं में डिजिटल समावेशन का समर्थन करेगा। भारत का डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए स्केलेबल, सुरक्षित और समावेशी समाधान प्रदान करता है।”
#WATCH | "…More than 45% of global real-time payments happen in India…The CoWIN portal supported India's vaccination drive…We are building 'Bhashini' an AI-powered language translation platform. It will support digital inclusion in all the diverse languages in India…,"… pic.twitter.com/zxOoF2P9bs
— ANI (@ANI) August 19, 2023
डिजिटल पेमेंट में भारत सबसे आगे
पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल पेमेंट में भी भारत सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि वैश्विक रियल टाइम डिजिटल पेमेंट का 45 फीसद भारत में होता है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि देश में अब सरकारी सहायता का लाभ सीधा बैंक खाते में ट्रांसफर करने पर भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगी है और इससे 33 बिलियन डॉलर से अधिक की बचत हुई है।
JAM ट्रिनिटी से लोगों को हुआ फायदा
पीएम ने कहा कि हमारा अद्वितीय डिजिटल पहचान प्लैटफॉर्म आधार, हमारे 130 करोड़ लोगों को कवर करता है। मोदी ने आगे कहा कि हमने भारत में वित्तीय समावेशन में क्रांति लाने के लिए JAM ट्रिनिटी – जन धन बैंक खाते, आधार और मोबाइल की शक्ति का उपयोग किया है।