मेरठ-बिजनौर और तीन अन्य जिलों से होकर गुजरने वाले हस्तिनापुर अभयारण्य का नाम बदल कर बारहसिंगा अभयारण्य करने के शासनादेश जारी कर दिए गए हैं। इस बारे में केंद्र सरकार की भी स्वीकृति मिल गई है। इससे पहले जंगल क्षेत्र में आने वाले 170 गांवों को रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र से बाहर कर दिया गया। योगी सरकार ने इस अभयारण्य को पर्यटकों के लिए खोले जाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
बिजनौर क्षेत्र से इस जंगल को प्रवेश द्वार दिया गया है। इस रिजर्व फॉरेस्ट में 450 से ज्यादा बारहसिंगा हैं, साथ ही यहां हिरण, नीलगाय, जंगली सुअर आदि वन्यजीव भी हैं। ये इलाका कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पास से शुरू होता है और कॉर्बेट जंगल के बाघ और हाथी भी इस तरफ भोजन की तलाश में आते जाते रहे हैं। बताया गया है कि इस जंगल में पर्यटकों के लिए बारहसिंगा सफारी शुरू की जा सकती है। इस पर वन्यजीव विशेषज्ञों की राय ली जा रही है।