मणिपुर में आज से असेंबली सेशन की शुरुआत हो रही है. तीन मई को शुरू हुई हिंसा के बाद ये पहली बार है जब विधानसभा का सत्र मणिपुर में होगा. हालांकि इस सत्र में विधायक सवाल नहीं पूछ सकेंगे. 10 कुकी विधायकों ने इस सत्र में शामिल नहीं होने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने सुरक्षा का हवाला दिया है. बता दें कि विधानसभा सत्र बुलाए जाने की मांग लंबे वक्त से की जा रही थी.
मगर राज्यपाल की तरफ से इस बारे में अधिसूचना नहीं जारी की गई थी. इसी वजह से विधानसभा सत्र नहीं बुलाया गया था. नियम के मुताबिक, विधानसभा के दो सत्रों के बीच में छह महीने से ज़्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए. 21 अगस्त को गवर्नर ने नोटिफिकेशन जारी की थी. कुकी-जोमी समुदाय ने राज्यपाल से विधानसभा सत्र को स्थगित करने का अनुरोध किया था, लेकिन सरकार ने किसी विशेष सहायता से इनकार कर दिया.
हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत
मणिपुर में हिंसा शुरू हुए करीब चार महीने हो गए.इस हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की मौत हुई है जबकि हजारों लोग बेघर हो गए. कई वहां से विस्थापित हो गए. मणिपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच हिंसा को खत्म करने की वो हर कोशिश कोशिशें विफल रही हैं. मणिपुर के मुद्दे पर संसद के मॉनसूत्र सत्र में भी काफी हंगामा देखने को मिला था.