अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी रवींद्र पुरी जी महाराज ने कहा है कि देश के सनातन धार्मिक मंदिर मठों को अपनी आय को शिक्षा समाज कल्याण में लगाना चाहिए ये गुरुकुल की परंपरा को बनाए रखने के लिए जन जागरण जरूरी है। उन्होंने जूना अखाड़े की शिक्षा चेतना यात्रा की जागरण यात्रा टोली के रवाना होने के अवसर पर कहा कि देश में वंचित समाज को बेहतर शिक्षा की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों की आय से ही गुरुकुल शिक्षा दी जाती थी, ये परंपरा कहीं खो रही है। अखिल भारतीय सनातन परिषद के महामंत्री पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म की अलख जगाने के लिए ये शिक्षा चेतना यात्राएं निकाली जा रही हैं और इसमें युवा संतों को जन जागरण का दायित्व दिया गया है। इससे पूर्व हरिकी पैड़ी पर पूजा की गई और विधि विधान से यात्रा की पहली टोली को रवाना किया गया। ऐसी अन्य टोलियां और भी रवाना की जा रही हैं।