भारत अंतरिक्ष में लगातार झंडे गाड़ रहा है, पहले चांद पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग हुई और बाद में सूर्य के अध्ययन के लिए आदित्य एल-1 मिशन भेजा गया. ISRO के ये मिशन अभी तक पूरी तरह सफल साबित हुए हैं, भले ही चंद्रयान-3 अभी स्लीप मोड में है लेकिन आदित्य एल-1 लगातार काम कर रहे हैं.
आदित्य एल-1 अभी क्या कर रहा है?
भारत ने पहली बार सूर्य का अध्ययन करने के लिए कोई मिशन भेजा है, 2 सितंबर को श्रीहरिकोटा से आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च किया गया. इसका मकसद सूर्य और पृथ्वी के बीच में मौजूद एल-1 पॉइंट पर जाना है, यहां पर ये स्थापित होगा और करीब 5 साल तक काम करेगा. 7 सितंबर को आदित्य एल-1 ने अंतरिक्ष से पहली तस्वीर भेजी, जिसने हर किसी को उत्साहित कर दिया.
इसरो ने गुरुवार को एक ट्वीट किया कि आदित्य एल-1 ने अपनी सेल्फी ली है, इस तस्वीर में आदित्य एल-1 का VELC और SUIT दिखाई पड़ रहे हैं, इतना ही नहीं इसने पृथ्वी और चांद की तस्वीरें भी क्लिक की हैं. यह आदित्य एल-1 द्वारा भेजी गई पहली तस्वीरें हैं. आदित्य एल-1 अभी तक दो ऑर्बिट कम्प्लीट कर चुका है और अगला मैन्युवर 10 सितंबर को होना है.
Aditya-L1 Mission:
👀Onlooker!
Aditya-L1,
destined for the Sun-Earth L1 point,
takes a selfie and
images of the Earth and the Moon.#AdityaL1 pic.twitter.com/54KxrfYSwy
— ISRO (@isro) September 7, 2023
आदित्य एल-1 को सूर्य-पृथ्वी के बीच में एल-1 पॉइंट तक पहुंचने में 121 दिन का वक्त लगेगा, लेकिन एक बार जब ये स्थापित हो जाएगा तब करीब 5 साल तक काम करेगा. अभी भले ही आदित्य एल-1 कुछ ही तस्वीरें भेजी हों, लेकिन जब ये एल-1 में स्थापित होगा तब हर रोज़ 1440 तस्वीरें भेजेगा. आदित्य एल-1 कुल 7 पेलोड लेकर गया है, जिसका अलग-अलग काम होंगे.