छिंदवाड़ा में जगत गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि आगामी चुनाव में कमलनाथ और शिवराज की लड़ाई नहीं है. ये लड़ाई धर्म और अधर्म की लड़ाई है. सनातन को बीमारी कहने वालों को मटिया मेट होना पड़ेगा. उन्होंने कहा ”कमलनाथ जी उदय निधि को सनातन विरोधी बयान पर एक वाक्य बोले देते तो मुझे संतोष होता. मुझे बहुत पीड़ा है. आज छिंदवाड़ा के चौरई में रामभद्रा चार्य जी ने रामकथा के दौरान कहा ”ये लड़ाई मोदी और सोनिया की नहीं है. ये लड़ाई कमलनाथ जी और शिवराज की नही है और न ही ये लड़ाई एनडीए और india की है. ये लड़ाई धर्म और अधर्म के बीच है.
इन्होने कहा कि मैं किसी का कोई विरोध नहीं कर रहा हूं. सब हमारे हैं. अब ये चुनाव धर्म और अधर्म की लड़ाई है. उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म को बीमारी कहा है उनको निश्चित रूप से दंड मिलेगा,जो सनातन धर्म का विरोध करेगा उनको मटिया मेट होना पड़ेगा. सब हमारे है सभी मुझे प्रिय है.
उन्होंने कहा कि उदय निधि स्टालिन ने बहुत बड़ा अनर्थ किया है. इस मामले में एक भी जिम्मेदार नेता ने बयान दे दिया होता तो मुझे अच्छा लगता. किसी ने कोई बयान नहीं दिया सभी सनातन धर्म की रोटी खाते हैं. उन्होंने कहा- ‘मैं कमलनाथ जी को बहुत प्रेम करता हूं वो हनुमान जी के भक्त हैं, परंतु कमलनाथ जी ने इसमें एक बयान दे दिया होता तो कि उदय निधि को ऐसा बयान नही देना चाहिए था तो मुझे बहुत संतोष होता. उन्ही की जनपद में मुझे पीड़ा है बहुत पीड़ा है. कोई कुछ नही बोले मैं तो बोलूंगा.” उन्होंने कहा कि अब तो जनता जनार्दन बता देगी कि सनातन धर्म बीमारी है या सनातन धर्म का विरोध करने वाले बीमारी हैं. छिंदवाड़ा के चौरई में कुंडा रोड में राम नाम संकल्प सेवा समिति द् जगत गुरु रामभद्रा रामभद्राचार्य नौ दिवसीय राम कथा का आयोजन कर रहे हैं.