डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने कछुआ तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। दरअसल ये कछुए गंगा नदी में पाए जाने वाले दुर्लभ प्रजाति के कछुए हैं। कछुओं की संबंधित प्रजाति को वन्यजीव कानून 1972 के तहत रेड लिस्ट (लाल सूची) में डाला गया है। गंगा नदी के किनारे पाए जाने वाले दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की तस्करी हो रही थी। ऐसे में डीआरआई द्वारा ऑपरेशन कच्छप चलाया गया। इसके तहत नागपुर, चेन्नई समेत देश के 6 शहरों में एक साथ छापेमारी की गई। इस छापेमारी में दुर्लभ प्रजाति के 955 कछुए के बच्चों को जब्त किया गया।
डीआरआई ने जब्त किए दुर्लभ प्रजाति के कछुए
इस अभियान के सफल होने पर डीआरआई ने कहा कि दुर्लभ प्रजाति के 955 कछुओं को जब्त किया गया, जिसकी कीमत बाजार में 1 करोड़ रुपये से अधिक है। डीआरआई ने ऑपरेशन कच्छप के तहत नागपुर, भोपाल, चेन्नई समेत देश के 6 शहरों में छापेमारी की। इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल कछुओं की तस्करी में एक बड़े गिरोह की लिप्तता की सूचना विभाग को मिली थी। इस सूचना के बाद डीआरआई ने छापेमारी शुरू की। जानकारी के मुताबिक डीआरआई टीम को गुप्त सूचना ये भी मिली थी कि कछुओं की तस्करी जीटी एक्सप्रेस से लखनऊ होते हुए चेन्नई मार्ग पर ले जाया जा रहा है।
The Directorate of Revenue Intelligence (DRI) apprehended 6 persons with 955 live baby Gangetic turtles of different species at Nagpur, Bhopal and Chennai yesterday. The Officers of DRI chalked out an intricate all-India plan to apprehend the offenders at different locations in… pic.twitter.com/1BSgW4efDl
— ANI (@ANI) October 1, 2023
कछुओं की कीमत 1 करोड़ से अधिक
यह सूचना मिलते ही डीआरआई ने नागपुर में कार्रवाई शुरू कर दी और इस मामले में दो पुरुष और एक महिला तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक दुर्लभ प्रजाति को 955 कछुओं को जब्त किया गया है। इसमें से 551 कछुए नागपुर से पकड़े गए हैँ। बता दें कि प्रत्येक कछुए की कीमत 10 हजार से 50 हजार रुपये के बीच है। इन कछुओं की कीमत 1 करोड़ रुपये से अधइक है। कछुओं की इन प्रजातियों में इंडियन टेंट, इंडियन फ्लैपशेल, क्राउन रिवर, ब्लैक स्पॉटेड, पॉन्ड और ब्राउन रुपड टर्टल शामिल है।