दुनिया के प्रमुख नेताओं में शामिल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अक्सर मित्र देशों की ओर से बहुमूल्य उपहार मिलते रहते हैं। ये उपहार पीएम को देश-विदेश की यात्रा या फिर विदेशी मेहमानों के भारत यात्रा के वक्त मिलते हैं। पीएम मोदी पहले भी बता चुके हैं कि वह इन उपहारों की नीलामी करवाकर इससे मिलने वाले पैसों को कल्याणकारी कार्यों में लगा देते हैं। अब पीएम मोदी के उपहारों की नीलामी का पांचवां संस्करण भी शुरू हो गया है। इस बार पीएम को मिले 900 से अधिक उपहारों और स्मृति चिह्नों को ई-नीलामी के लिए रखा गया है।
कितनी है कीमत?
पीएम मोदी को मिले कुछ उपहारों को ई-नीलामी के लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है। इनमें मोदी को पिछले कुछ समय में मिलीं गुजरात के मोढेरा सूर्य मंदिर और चित्तौड़गढ़ के विजय स्तंभ की प्रतिकृतियां और वाराणसी के एक घाट की पेंटिंग समेत 900 से अधिक उपहार और स्मृति चिह्न शामिल हैं। नीलामी में 100 रुपये के मूल्य से लेकर 64 लाख रुपये तक की वस्तु शामिल है। ई-नीलामी सोमवार को शुरू हुई है और 31 अक्टूबर को समाप्त होगी।
Starting today, an exhibition at the @ngma_delhi will display a wide range of gifts and mementoes given to me over the recent past.
Presented to me during various programmes and events across India, they are a testament to the rich culture, tradition and artistic heritage of… pic.twitter.com/61Vp8BBUS6
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2023
7,000 से ज्यादा की नीलामी
पीएम मोदी को मिले उपहारों की अब तक कुल चार बार ई-नीलामी की जा चुकी है। बता दें कि पिछले चार चरण में 7,000 से अधिक वस्तुओं को ई-नीलामी के लिए रखा गया था। वहीं, इस बार कुल 912 उपहार शामिल हैं। इनमें परंपरागत अंगवस्त्रम, शॉल, तलवार आदि हैं। पीएम मोदी ने भी इस बारे में संदेश दिया है।
इस काम में जाएंगे पैसे
पीएम मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी के पैसों को भारत सरकार की नमामि गंगे पहल में योगदान के लिए दिया जाएगा। पीएम मोदी ने भी इस ई-नीलामी के बारे में संदेश साझा किया है। उन्होंने लिखा कि हाल के दिनों में मुझे दिए गए उपहारों और स्मृति चिह्नों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की जाएगी। हमेशा की तरह, इन वस्तुओं की नीलामी की जाएगी और प्राप्त आय नमामि गंगे पहल का समर्थन करेगी। यहां आपके पास उन्हें पाने का मौका है। पीएम ने कहा कि लोग अधिक जानने के लिए एनजीएमए अवश्य जाएं। वहीं, पीएम ने उन लोगों के लिए वेबसाइट लिंक भी साझा की जो व्यक्तिगत रूप से वहां नहीं आ सकते।