ED ने DMK के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा की 15 संपत्तियों को मनी लॉड्रिंग मामले में ज़ब्त किया है. 55 करोड़ रुपए की इस ज़मीन को ए राजा ने अपनी बेनामी कंपनी M/s Kovai Shelters Promoters India Pvt Ltd के नाम से खरीदी थी. दरअसल, ए राजा साल 2004 से 2007 के दौरान कांग्रेस की सरकार में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री थे, एजेंसी की जांच के मुताबिक़ उस दौरान गुरूग्राम में एक रियल एस्टेट कंपनी को प्रोजेक्ट के लिए मंज़ूरी दी थी जिसके बदले में किकबैक के जरिए रिश्वत दी गयी थी. ये रियल एस्टेट कंपनी देश की सबसे बड़ी कंपनी है और BSE में भी लिस्टिंग है.
आरोप है कि इस रियल एस्टेट कंपनी को पर्यावरण से संबंधित ज़रूरी मंजूरी NOC देने के बदले जो रिश्वत दी गयी थी वो ए राजा ने अपनी बेनामी कंपनी के जरिये ख़रीदी. ये बेनामी कंपनी परिवार और दोस्तों के नाम पर बनायी गयी थी जिसका मक़सद सिर्फ़ मनी लॉड्रिग था. ED की जांच में पता चला कि रिश्वत के जो पैसे ए राजा की बेनामी कंपनी में आये थे उनसे तमिलनाडु के कोयंबटूर में 45 एकड़ ज़मीन ख़रीदी गयी जो ₹55 करोड़ की थी
ED ने मनी लॉड्रिग मामले में कार्रवाई करते हुये 20 दिसंबर 2022 को इस ज़मीन को अटैच किया था और इसी साल जून महीने में Adjudication Authority ने इस अटैचमेंट को मंज़ूरी देते हुये जब्त करने के आदेश दिए.
यह भी बताया गया कि ईडी ने बयान में कहा है कि ए राजा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में पीएमएलए के तहत उनकी बेनामी कंपनी कोवई शेल्टर्स प्रमोटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर अर्जित 15 अचल संपत्तियों को कब्जे में लिया गया है. बताया जा रहा है कि उन्हें नई दिल्ली में एक अदालत में पेश किए जाने की संभावना है जहां ईडी उनकी हिरासत मांगेगी.