बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ के रिलीज के बाद एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि प्रधानमंत्री आपने चुना है और अब आप उन्हें फॉलो करिए। इस दौरान उन्होंने कनाडा की नागरिकता लेने और खुद के हिंदू होने पर भी बात की। गौरतलब है कि उन्हें कनाडा की नागरिकता को लेकर खासा ट्रोल किया गया था।
इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को ही उन्हें भारत की नागरिकता मिली है। ‘न्यूज 24’ में फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ को लेकर बात करने के दौरान एक्टर अक्षय कुमार ने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि कनाडा की नागरिकता उन्होंने केवल अपने काम के सिलसिले में ली थी।
‘कोई पीएम नहीं देखा जिसने लाल किले से शौचालय की बात की’
जब अक्षय से पूछा गया कि जैसे पीएम मोदी जैसे ही सोशल मैसेज देने की कोशिश करते हैं आप भी अपनी फिल्मों के जरिए ऐसा करते हैं और आप के लिए कहा जाता है कि पीएम के बेहद करीब हैं। आप उन्हें बेहद पसंद करते हैं। क्या आप भी इलेक्शन लड़ने की सोच रखते हैं?
इस पर अक्षय कुमार ने कहा कि न तो वो इलेक्शन लड़ने जा रहे हैं और न ही राजनीति में जाने का उनका कोई विचार है, लेकिन अगर प्रधानमंत्री शौचालय के बारे में बात करें और अगर उन्हें मौका मिलता है तो वो फिल्म क्यों न बनाएँ।
उन्होंने आगे कहा, “कोई अच्छा काम होता है तो उस पर मैं फिल्म बनाता हूँ जैसे ‘एयरलिफ्ट’ मैंने फिल्म बनाई थी वो तो कॉन्ग्रेस के टाइम पर था वो अच्छा काम हुआ था, तो मैंने फिल्म बनाई। तब तो कोई कुछ नहीं बोला। ये ‘मिशन रानीगंज’, भी कॉन्ग्रेस के वक्त था अब तो कोई कुछ नहीं कह रहा कि आप उनके करीब थे। अच्छे काम पर फिल्म बनाना राजनीति नहीं है। मैंने किसी पीएम को लाल किले पर खड़े होकर शौचालय के बारे में बात करते नहीं देखा। मुझे अच्छा लगा, असली कहानी मिली, मैंने बनाई।”
जब उनसे पूछा गया कि पीएम मोदी से प्रभावित होने का नुकसान आपको होता है क्योंकि समाज दो विचारधाराओं में बँट गया है एक उनके विरोध में है तो दूसरे उनके पक्ष में। इस पर एक्टर ने जवाब दिया, “जी मैं तो हर चीज के अंदर पॉजिटिविटी देखता हूँ। मुझे तो काफी चीज पॉजिटिव नजर आती हैं, इसलिए मैं उन्हें फॉलो करता हूँ। मैं ये नहीं देखता कि नेगेटिव क्या है। हर चीज का तरीका होता है देखने का। बचपन में हम कहते थे न कि आधा ग्लास खाली होता है और आधा भरा। या तो आप खाली देख लो या भरा।” इस बात को आप वीडियों में 14:31 से लेकर 18: 19 सुन सकते हैं।
‘पीएम आपने चुना, उन्हें फॉलो करिए’
उन्होंने पीएम मोदी के विरोध को लेकर कहा, “मैं तो ये मानता हूँ आपने पीएम चुना है अब आप फॉलो करिए और ऐसा होना चाहिए। वैसे ही जैसे सेट पर डायरेक्टर आता है तो हम उन्हें फॉलो करते हैं। अभी वो ‘कैप्टन ऑफ द शिप’ हैं, हमें उन्हें फॉलो करना चाहिए।”
एक्टर ने आगे कहा कि आज इकोनॉमी बढ़ रही है, बहुत सारी चीजे हैं इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ रहा है। इसकी पॉजिटिव साइड की तरफ देखिए। हो सकता है कोई काम गलत भी हो रहा हो, लेकिन बड़ी चीजों के लिए एक साथ आएँ। ये हमारा देश हैं। हमें एक दूसरे की गलतियाँ निकालने के बदले बड़ी तस्वीर के लिए काम करना चाहिए और ये पिक्चर भारत की है। एक्टर के इस बयान को आप वीडियो में 18:19 से लेकर 19:23 तक सुन सकते हैं।
मेरा पासपोर्ट पर लिखा – रिपब्लिक ऑफ इंडिया भारत
जब उनसे कहा गया कि आपको इस पर भी ट्रोल किया जा सकता है तो एक्टर ने जवाब दिया, “मेरे पासपोर्ट ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ और ‘भारत’ दोनों दिखा है तो फिर पासपोर्ट को भी ट्रोल करें। मुझे एक इंसान बताइए जो ट्रोल नहीं होता, सब ट्रोल होते हैं, लेकिन खुशी किसी को नहीं मिलती।” उन्होंने आगे कहा, “ऐसे में खुद के माइंडसेट को फॉलो करना चाहिए मुझे फर्क नहीं पड़ता, इसलिए न बाएँ देखे न दाएँ जिस इंसान को जहाँ पहुँचना है उसे सीधे वहीं देखना चाहिए। सोशल मीडिया बना ही इसके लिए है ताकि आपकी रफ्तार कम हो जाए।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं ट्रोलिंग को सकारात्मकता के साथ लेता हूँ, न्यूजर्सी में बहुत बड़ा अक्षरधाम मंदिर बना, मुझे अच्छा लगा तो मैंने इसे ट्वीट किया। मैं ट्वीट करने के बाद भूल जाता हूँ, 10 में से 2-3 ट्रोल कर रहे होंगे, कर लो भाई ट्रोल, तू पैसे कमा लें, फॉलोवर्स ले ले ठीक है, भाई सब काम कर रहे हैं। कुल मिलाकर पैसे कमाने के लिए ही सब है। ये आपका हक है बस गलत काम मत करो।” इसे वीडियो में 19:38 से लेकर 22:20 तक सुना जा सकता है।
‘मैं हिंदू हूँ…’
कनाडा की नागरिकता और उस पर ट्रोल होन को लेकर अक्षय कुमार ने कहा, “मैंने कनेडियन बनने का फैसला इसलिए लिया कि भारत में मेरी फिल्में नहीं चल रही थीं। मुझे वहाँ बिजनेस का काम मिल रहा था। भारत से कितने लोग बाहर काम करते हैं, उन्हीं की तरह में भी गया। सच्चाई ये है कि वहाँ कॉर्गो में एक बिजनेस मिल रहा था तो मैं वहाँ चला गया। इस दौरान ही लास्ट की दो-तीन फिल्में चल गईं, लेकिन तब तक कनाडा का पासपोर्ट आ गया था।”
उन्होंने कहा, “लेकिन मैंने ये नहीं सोचा था तब कि वापस भारत जाना है, लेकिन फिर मैं वापस आ गया। उसके बाद काम करने लगा और फिल्में मिलीं और चलीं, ऐसा चलता रहा। बस दिमाग से निकल गया कि कनाडा का पासपोर्ट है। मैं टैक्स सबसे अधिक यहीं भरता हूँ। हिंदुस्तानी हूँ, हिंदुस्तानी खाना खाता हूँ, हिंदुस्तान के हिसाब से सोचता हूँ और हिंदू हूँ। दस्तावेज से ये साबित होता है तो मैंने वो भी बदल लिया।” उनकी बातचीत के इस अंश को वीडियो में 23:00 से लेकर 24:40 तक सुना जा सकता है।