भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन – ‘गगनयान’ को 2024 में लॉन्च किया जाना है। इस मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की 400 किमी की कक्षा में ले जाने से लेकर, भारतीय समुद्री सतह पर उतारकर पृथ्वी पर सुरक्षित रुप से वापस लाने की यान की क्षमता का आकलन किया जाना है। यह भारत के अंतरिक्ष पर्यटन के लक्ष्यों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।
पहले परीक्षण वाहन (TV-D1) का प्रेक्षपण 21 अक्टूबर को
हालांकि, गगनयान मिशन के पहले मानवयुक्त प्रक्षेपण से पहले अगले वर्ष (2024) में एक महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री, व्योममित्र, को परीक्षण के तौर पर भेजा जाएगा। वहीं, व्योममित्र को भेजे जाने से भी पहले इसरो द्वारा गगनयान मिशन के टेस्ट व्हीकल डेवेलपमेंट फ्लाइट (TV-D1) को लॉन्च किया जाना है। इसरो द्वारा TV-D1 का प्रक्षेपण 21 अक्टूबर को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में किया जाएगा। यही क्रू-मॉड्यूल गगनयान मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को बाहरी अंतरक्षि में ले जाएगी।
इसरो के गगनयान मिशन के पहले व्हीकल डेवेलपमेंट फ्लाइट (TV-D1) को 21 अक्टूबर 2023 को लॉन्च किए जाने को लेकर जानकारी केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्न सिंह ने इसरो वैज्ञानिकों के अभिनंदन में 10 अक्टूबर को आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान साझा की।
Mission Gaganyaan:
ISRO to commence unmanned flight tests for the Gaganyaan mission.
Preparations for the Flight Test Vehicle Abort Mission-1 (TV-D1), which demonstrates the performance of the Crew Escape System, are underway.https://t.co/HSY0qfVDEH @indiannavy #Gaganyaan pic.twitter.com/XszSDEqs7w
— ISRO (@isro) October 7, 2023
डॉ. जितेंद्न सिंह ने बताया कि इस परीक्षण के अंतर्गत बाहरी अंतरिक्ष में एक क्रू मॉड्यूल लॉन्च किया जाएगा और इसे पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा और बंगाल की खाड़ी में टचडाउन के बाद इसी वापस पूरी होगी। भारतीय नौसेना ने इस टेस्ट मॉड्यूल को पुनर्प्राप्त करने के लिए पहले ही मॉक ड्रिल शुरू कर दी है।
Amar Ujala: #Gaganyaan के लिए पहली परीक्षण उड़ान 21 को संभव#ISRO pic.twitter.com/bBMgtr21xn
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) October 12, 2023
साथ थी, उन्होंने कहा कि इस परीक्षण की सफलता पहले मानवरहित “गगनयान” मिशन और अंततः पृथ्वी की निचली कक्षा में बाहरी अंतरिक्ष के लिए मानवयुक्त मिशन के लिए मंच तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि अंतिम मानवयुक्त “गगनयान” मिशन से पहले अगले वर्ष एक परीक्षण उड़ान होगी जो महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री “व्योममित्र” ले जाएगा।