उत्तराखंड के चमोली जिले में परिजनों द्वारा नाबालिग बेटे को मोटरसाइकिल देना महंगा पड़ गया. गोपेश्वर पुलिस ने बाइक सवार नाबालिग का भारी-भरकम चालान काट दिया है. गोपेश्वर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक नाबालिग लड़का अपने मामा की मोटरसाइकिल लेकर सड़क पर निकल गया. जब पुलिस ने उसको रोका तो उसके पास कोई बाइक चलाने से संबंधित कोई भी कागज नहीं थे. पुलिस ने उसको रोककर जब पूछताछ की तो उसके पास न ही ड्राइविंग लाइसेंस था. न ही गाड़ी के पेपर थे. नाबालिग युवक सड़क पर रैश ड्राइविंग कर रहा था. जिसपर पुलिस ने कुल 38,500 का चालान काट कर बाइक को सीज कर दिया. बाइक की कीमत करीब डेढ़ लाख की बताई जा रही है.
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गोपेश्वर थाने के वरिष्ठ पुलिस उपनिरीक्षक दिनेश सिंह पवार ने बताया कि यह युवक सड़क पर बेतरतीब तरीके से मोटरसाइकिल चला रहा रहा था. बाइक की स्पीड भी काफी तेज थी. इसके पास न तो लाइसेंस था. न ही गाड़ी के कागजात और नंबर प्लेट भी ठीक तरीके से नहीं लगी हुई थी.
इन अलग-अलग सेक्शनों में कटा चालान
साथ ही उन्होंने बताया कि नाबालिग द्वारा बाइक को चलाना अपराध है. इसको ध्यान में रखते हुए 25000 का एक चालान काटा गया. बाइक चला रहे नाबालिग युवक के पास लाइसेंस नहीं था. उसके लिए 5000 का चालान काटा गया. बाइक पर नंबर प्लेट सही से नहीं लगी हुई थी. इसके लिए 1500 रुपये का चालान काटा गया. उन्होंने कहा कि युवक सड़क पर बहुत खतरनाक तरीके से बाइक चला रहा था. इसको लेकर 6000 का चालान काटा गया. साथ ही 1000 रुपये का और चालान काटा गया है.
कुल 38,500 का कटा चालान
वरिष्ठ पुलिस उपनिरीक्षक दिनेश सिंह पवार ने कहा कि बाइक चला रहे नाबालिग के खिलाफ कई सेक्शनों में चालान काटा गया है. कुल मिलकर 38500 का चालान काटा गया है. इसके बाद इस युवक के मामा को बुलाकर युवक को उनके सुपुर्द कर दिया गया है. उनको हिदायत दी गई है कि आगे से इस तरीके से कोई गलती न हो.
25 साल से पहले चालान बनाने पर लगी रोक
पुलिस के द्वारा बाइक को सीज कर दिया गया है. उस युवक के 25 साल से पहले ड्राइविंग लाइसेंस बनाने पर रोक लगा दी गई है. वरिष्ठ उप निरीक्षक दिनेश पवार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के आदेश के अनुसार जिले में जगह-जगह वाहन चालकों की चेकिंग की जा रही है. इसके तहत ही यह कार्रवाई की गई है.