संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार, गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए शत्रुता को रोकने की ‘तत्काल आवश्यकता’ है. यूएनएचआरओ की प्रवक्ता रवीना शामदासानी ने सोमवार को सीएनएन को बताया, ‘ऐसा करने के लिए बड़े कूटनीतिक प्रयास किए गए हैं. महासचिव लगातार इसमें शामिल सभी पक्षों के साथ संपर्क कर रहे हैं और कई अन्य सदस्य देश भी जो कर सकते हैं कर रहे हैं. मदद पहुंचाई जा सके इसके लिए हमें सुरक्षा की आवश्यकता है.’ बता दें गाजा पानी, बिजली, भोजन, ईंधन और दवा की कमी के साथ एक गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहा है.
शामदासानी ने कहा, ‘हमने ऐसे अस्पताल देखे हैं जिन्हें खाली करने के लिए मजबूर किया गया है. वहीं डॉक्टर इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वे उन मरीजों के साथ रहेंगे जो आईसीयू वार्ड और नवजात शिशु इकाइयों में हैं.’
‘मदद सीमा पर रुकी हुई है’
यूएनएचआरओ की प्रवक्ता ने कहा, ‘दक्षिणी गाजा में हजारों लोगों की जबरन निकासी ने बेहद कठिन मानवीय स्थिति पैदा कर दी है.’ उन्होंने कहा कि सीमा पर बड़ी मात्रा में मदद और राहत सामग्री रूकी पड़ीहै अगर यह सहायता नहीं पहुंच पाई तो हम संभावित रूप से हजारों लोगों की मौत की आशंका व्यक्त रहे हैं.’
बता दें गाजा और मिस्र के बीच राफा क्रॉसिंग आपूर्ति के लिए एकमात्र शेष आउटलेट है, लेकिन यह पिछले सप्ताह के अधिकांश समय से बंद है, जिससे न तो गाजावासी और न ही विदेशी नागरिक पार कर पा रहे हैं.
गौरतलब है कि दें इजरायल ने अपने 7 अक्टूरब के अभूतपूर्व आतंकवादी हमलों के जवाब में, गाजा को नियंत्रित करने वाले इस्लामी समूह हमास को खत्म करने की कसम खाई है. बता दें हमास के हमले में 1,400 लोग मारे गए थे. इजरायल के अनुसार, पांच लाख निवासी उत्तरी गाजा को छोड़कर दक्षिण की ओर चले गए हैं. वहीं फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इज़रायली हवाई हमलों में 2,600 से अधिक लोग मारे गए हैं.