झारखंड के हजारीबाग में 15 लोगों ने घर वापसी की है। इन लोगों ने दारु प्रखंड के बंधू टोला में विधि-विधान से सनातन धर्म में वापसी की है। ईसाई प्रचारकों ने बहकाकर इन लोगों का मतांतरण करा दिया था। इन्हें ईसाई प्रचारकों ने बीमारी दूर करने और भूत भगाने का दावा करके ईसाई बना दिया था।
सनातन छोड़कर ईसाई बनने के बाद इन लोगों के एहसास हुआ कि इनके साथ गलत हुआ है। उसके बाद इन लोगों ने दिग्वार मुखिया महेंद्र मुर्मू के नेतृत्व में विधि-विधान से फिर से हिंदू धर्म अपना लिया है। इस दौरान घर वापसी करने वाले लोगों के पांव धोकर और उन्हें अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। ये लोग चार परिवार के रहने वाले हैं।
इन लोगों ने की है घर वापसी
घर वापसी करने वालों में बंधू टोला के टेकलाल मुर्मू, शीला सोरेन, सूरज मुर्मू, अरविंद मरांडी, रेशमी देवी, अनीता मरांडी, बरसा मरांडी, मंजू मरांडी, राजू मरांडी और पंपति देवी शामिल हैं। बता दें कि बीते दिनों इसी क्षेत्र के बंधू टोला में ग्रामीणों ने एक ईसाई प्रचारक के पकड़ा था, जो लोगों को भ्रमित करके, प्रलोभन देकर और चमत्कार से दुख दूर करने के झूठे सपने दिखाकर मतांतरण करा रहा था।