- शाहिद अफरीदी वो मेन व्यक्ति है, जो कई बार बोला कि इस्लाम कबूल कर लो।
- मैं हिंदू हूँ, इस कारण से मेरे साथ खाना नहीं खाते थे।
- सुबह वाली नमाज के समय कॉल करते थे। नमाज पढ़ने के लिए उठाते थे।
- मुझे सपोर्ट इसलिए नहीं किया क्योंकि मैं हिंदू हूँ। एक हिंदू इनके रिकॉर्ड तोड़ दूँगा, इसलिए सपोर्ट नहीं किया।
- अगर इस्लाम कबूल कर लेता तो शायद कप्तान बन जाता… लेकिन मैं इतना गिर नहीं सकता। मेरे लिए मेरा धर्म ही सब कुछ है।
पाकिस्तान में हिंदू होने की सजा क्या होती है, इसका जीता जागता सबूत है ऊपर लिखी बातें। यह सब किसी आम इंसान के साथ नहीं हुआ बल्कि पाकिस्तानी हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने अपने जीवन में इसे भोगा है। एक स्तर तक पहुँच कर नाम कमा चुके स्टार क्रिकेटर के साथ अगर ऐसा भेदभावपूर्ण रवैया पाकिस्तान में अपनाया जा सकता है तो आम हिंदूओं के साथ वहाँ क्या होता होगा, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
‘आजतक’ को दिए एक इंटरव्यू में कनेरिया ने इस बात का खुलासा किया है। इतना सब कुछ भोगने-झेलने के बावजूद उन्होंने कहा कि उनके लिए उनका धर्म सबसे अहम है और वो सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म के लिए आवाज उठाते रहेंगे। कनेरिया ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कई बार उन पर इस्लाम कबूलने के लिए दबाव डाला था। उनसे कहा जाता था कि ऐसा करने पर वो लंबे वक्त तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में खेल पाएँगे।
‘मैं सनातनी, मेरा धर्म सबसे बढ़कर’
कनेरिया ने कहा, “मेरे लिए मेरा धर्म, सनातन धर्म सबसे बढ़कर है। उससे ऊपर मेरे लिए कुछ भी नहीं। मेरे जिंदगी में राम भगवान का चरित्र है। उनके जीवन ने हमें यही सिखाया है कि सनातन और सनातन धर्म के लिए आवाज उठाओ। जहाँ कुछ गलत हो रहा है, मैं वही कह रहा हूँ। पाकिस्तान में लोगों के साथ जो परिस्थिति है, वही कह रहा हूँ।”
‘शाहिद अफरीदी ने बहुत सताया’
दानिश कनेरिया ने अपने करियर को लेकर कहा, “मेरा करियर भगवान की कृपा से अच्छा जा रहा था। मैं अच्छा कर रहा था। मैं चौथा सबसे अधिक विकेट लेने वाला पाकिस्तानी खिलाड़ी था। मैं काउंटी क्रिकेट भी खेल रहा था। मुझे इंजमाम-उल-हक ने अच्छा सपोर्ट किया। वह एक अकेले इंसान थे, जिन्होंने एक कैप्टन के तौर पर मेरा सपोर्ट किया।”
उन्होंने आगे कहा, “उनके अलावा शोएब अख्तर ने साथ दिया। लेकिन शाहिद अफरीदी और बाकि लोगों ने मुझे बहुत सताया। वो मेरे साथ खाना नहीं खाते थे। कनवर्जन की बात करते थे। शाहिद आफरीदी मेन है, जो मुझे बहुत दफा इस्लाम कबूल करने को कहते थे।”
मुझे फँसाया गया’
पाक के पूर्व क्रिकेटर कनेरिया ने कहा, “वो इंग्लैंड काउंटी का मैच था, जिसमें मुझ पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा। मैंने 8 साल के बाद इसे स्वीकार भी किया। लेकिन मेरी स्वीकृति सिर्फ अन्नू भट्ट नाम के बुकी से मिलने को लेकर थी, लोगों ने उसे स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होना समझ लिया। यह क्लियर करना बहुत जरूरी है।”
उन्होंने आगे कहा, “इन लोगों ने बहुत दबाव डाला कि आप ये स्वीकार करो कि सब आपने किया है। भाई मैंने किया नहीं, मुझे पता नहीं क्या हुआ… तो मैं क्या स्वीकार करूँ। शार्जिल खान जैसे खिलाड़ियों ने मैच फिक्स किया, लेकिन पीसीबी ने उन्हें वापस बुलाया। मुझे पीसीबी ने कभी सपोर्ट नहीं किया, क्योंकि मैं हिंदू था। सपोर्ट इसलिए भी नहीं किया क्योंकि अगर मैं खेलता तो इनके रिकॉर्ड तोड़ देता। और आपको पता है कि आज तक के पाकिस्तान के इतिहास में कोई भी हिंदू टॉप पर नहीं आया है।”
इस बात को वीडियो में 7:33 से लेकर 8:50 तक सुना जा सकता है।
एक हिंदू खिलाड़ी होने के कारण कैसे-कैसे परेशान किया जाता था, इसको लेकर दानिश कनेरिया ने बताया, “सुबह को पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के फोन आते थे। फज्र की नमाज (सुबह 5 बजे के आसपास वाली) के लिए। मुझे भी कॉल करते थे। 1-2 दिन के बाद मैंने कहा मुझे कॉल मत करना। लेकिन मेरे लिए वो परेशानी पैदा करते थे। भगवान को लेकर तंज करते थे।”
शाहिद आफरीदी वही क्रिकेटर है, जो अपनी बेटी से भी मजहब के दायरे में ही रहकर प्यार करता है। ‘काफिर (गैर-मुस्लिम)’ जैसा कोई काम करने पर वो अपनी बेटी को सजा देता है। भारतीय टीवी सीरियल देख कर आरती की तरह हाथ घुमा रही अपनी बेटी के सामने ही टीवी तोड़ देने वाला कट्टर मजहबी शख्स है अफरीदी।
पीएम मोदी की तारीफ
इस इंटरव्यू के दौरान कनेरिया ने पीएम मोदी की खासी तारीफ की। उन्होंने यह भी कहा कि मौका मिलेगा तो वो भारत की नागरिकता ले सकते हैं। उन्होंने पीएम मोदी से उन पर लगे क्रिकेट बैन को हटाने में मदद करने की अपील भी की।
गौरतलब है कि दानिश कनेरिया हिंदू धर्म को लेकर जो तंज करता है, उस पर अपनी बात बहुत ही स्पष्टता से रखते हैं। इन्होंने प्रशांत भूषण को बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को लेकर किए गए उनके ट्वीट पर जम कर सुनाया। इससे पहले वो ‘The Wire’ की तथाकथित पत्रकार आरफा खानम शेरवानी को भी हिंदू संस्कृति पर बोलने पर आईना दिखा चुके हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर दानिश प्रभाशंकर भाई कनेरिया ने 61 टेस्ट मैच खेले और 261 विकेट लिए हैं। वो पाकिस्तान की तरफ से ऐसे चौथे गेदबाज हैं, जिन्होंने सबसे अधिक विकेट लिए हैं। ऐसे रिकॉर्ड के बावजूद सिर्फ हिंदू होने के कारण उनके क्रिकेटिंग करियर को खत्म कर दिया गया।