राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेताओं के यहां छापेमारी लगातार जारी है. राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के घर ईडी की रेड डाली है जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को ईडी ने समन भेजा है. वैभव को फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट केस में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. ईडी के एक्शन के बाद छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी के अधिकारी इतना घूम रहे हैं, जितना कुत्ते-बिल्ली नहीं घूमते. इससे एक दिन पहले शुक्रवार को राजस्थान के सीएम ने यही बयान दिया था.
भूपेश बघेल ने मुंगेली में नामांकन रैली में कहा कि जांच एजेंसियां छत्तीसगढ़ में छापेमारी करके थक गई हैं. कोरबा, बिलासपुर, भिलाई, दुर्ग और रायपुर में ऐसा कोई गली-मोहल्ला बाकी नहीं है, जहां इन लोगों ने रेड नहीं डाली. लेकिन ना तो नेता, ना व्यापारी और ना ही कांग्रेस कार्यकर्ता, कोई नहीं झुका. सड़कों पर कुत्ते-बिल्लियों से ज्यादा ईडी और आयकर वाले घूम रहे हैं. चुनाव से पहले ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की हैं. कांग्रेस प्रत्याशी ओमप्रकाश हुड़ला, उनके सहयोगी राजेंद्र गुप्ता, सुभाष बालाहेड़ी, CA राजेंद्र गुप्ता और बिजनेस सहयोगी निधि शर्मा के घर भी ईडी ने छापेमारी की है.
डोटासरा के आवास पर छापेमारी
दूसरी ओर प्रदेश में पेपर लीक के मामले को लेकर ईडी की टीम ने गोविंद सिंह डोटासरा के सरकारी आवास और निजी आवास सीकर में छापेमारी की. साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी ईडी ने फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट केस में समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी की कार्रवाई के बाद डोटासरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा- सत्यमेव जयते. ईडी डोटासरा के जयपुर स्थित सिविल लाइंस सरकारी आवास पर दोपहर 2:30 बजे कार्रवाई कर रवाना हुई.
दिल्ली और जयपुर की ईडी की टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान भी पहुंचे. गोविंद सिंह डोटासरा के सीकर स्थित निवास पर करीब साढ़े 9 बजे ED के अधिकारी पहुंचे थे. पहले पोर्च में बैठकर ही उनसे पूछताछ की गई. इसके बाद घर में बने ऑफिस में पूछताछ के लिए ले जाया गया. वहीं पेपर लीक मामले में डोटासरा के नजदीकियों पर पहले भी ईडी के छापे पड़े थे. सीकर और कई जगह कलाम कोचिंग सेंटर पर अगस्त-सितंबर में ईडी के छापे पड़े थे. डोटासरा ने उस समय नजदीकियों को बेवजह परेशान करने के आरोप लगाए थे.