भारत और भूटान के पारंपरिक रिश्तों की डोर और अधिक मजबूत होने जा रही है। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक शुक्रवार से भारत की 8 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने यह जानकारी दी है। मंत्रालय के कहा कि भूटान नरेश की यह यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करने और “अनुकरणीय” साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी। मंत्रालय के मुताबिक, भूटान नरेश वांगचुक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान भारत-भूटान संबंधों के विभिन्न पहलुओँ पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी वांगचुक से मुलाकात करेंगे। एक बयान में कहा गया है, “भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, भूटान की राजशाही सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तीन से दस नवंबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। वे असम और महाराष्ट्र भी जाएंगे।
King of Bhutan to visit India from November 3 to 10
Read @ANI Story | https://t.co/3oJSpUk9uy#India #KingofBhutan #JigmeKhesar pic.twitter.com/soFERt7u5v
— ANI Digital (@ani_digital) November 2, 2023
विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाएंगे भारत और भूटान
“विदेश मंत्रालय ने कहा, “भारत और भूटान के बीच मित्रता और सहयोग के अनूठे संबंध हैं, जिनकी विशेषता आपसी तालमेल और परस्पर विश्वास है।” बयान में कहा गया है, “यह यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करने और विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।” दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में समझौता करने की उम्मीद है। भूटान नरेश अपनी 8 दिवसीय यात्रा में भारत से संबंधों को मजबूत करने के लिए हर प्रयास करेंगे।