उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद अब अलीगढ़ का नाम भी बदले जाने की तैयारी है. जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में अलीगढ़ का नाम बदलकर ‘हरिगढ़’ रखे जाने का प्रस्ताव पास हुआ है. इसकी रिपोर्ट भी योगी सरकार को भेजी गई है. अलीगढ़ के मेयर प्रशांत सिंघल ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीगढ नगर निगम की मीटिंग में अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ किये जाने का प्रस्ताव पेश किया गया था. बैठक में सभी पार्षदों ने इस प्रस्ताव का सर्वसम्मति से समर्थन किया. भारतीय जनता पार्टी के पार्षद संजय पंडित के सुझाव पर इस प्रस्ताव को पेश किया गया.
अलीगढ़ का नाम बदले जाने की मांग काफी पुरानी है. विश्व हिन्दू परिषद ने साल 2015 में अलीगढ़ में प्रस्ताव पास कर कहा था कि अलीगढ़ का प्राचीन नाम हरिगढ़ ही है. इसे बाद में अलीगढ़ कर दिया गया था, इसलिए इसे अलीगढ़ को हरिगढ़ किया जाना चाहिए. वैसे भी देश और यूपी की सियासत में इस जिले और शहर की अपनी अहमियत रही है.
सीएम योगी ने सभा में अलीगढ़ को हरिगढ़ से किया था संबोधित
पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब अलीगढ़ पहुंचे थे, तो उन्होंने भी इसे हरिगढ़ के नाम से संबोधित किया था. तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार जल्द नाम बदल सकती है. अब इस संबंध में नगर निगम से प्रस्ताव पास होने के उम्मीद और बढ़ गई है.
योगी सरकार ने बदले कई जिलों के नाम
इससे पहले भी योगी सरकार में कई जिलों के नाम बदले जा चुके हैं. इस क्रम में साल 2019 में इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया गया था. इसके साथ ही दो रेलवे स्टेशनों के नाम भी बदले गए हैं, जिनमें मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन रखा गया है.