दुनिया के टॉप कारोबारी और टेस्ला मोटर्स के सीईओ एलन मस्क जो करें वो कम है। अब वे करोड़ों रुपए लगाकर अंतरिक्ष का सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप बना रहे हैं। इस रॉकेट का शनिवार को दूसरा परीक्षण किया गया, लेकिन यह नाकाम रहा। हालांकि पहले परीक्षण से यह ज्यादा सफल रहा है। जानिए कितना ताकतवर है यह रॉकेट और क्यों एलन मस्क इसे बनाने में लगे हुए हैं।
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट सिस्टम ‘स्टारशिप’ निर्मित किया है। शनिवार की सुबह इसने सुरक्षित तरीके से उड़ान भरी, लेकिन कुछ समय बाद ही इस रॉकेट में विस्फोट हो गया। यह एलन मस्क का दूसरा स्टारशिप था, जो लॉन्च के बाद फेल हो गया। उड़ान भरने के बाद सुपर हेवी बूस्टर में ब्लास्ट हो गया। मैक्सिको की खाड़ी के ऊपर आग की लपटें देखने को मिलीं, हालांकि ब्लास्ट से पहले कुछ देर तक यह उड़ने में सफल रहा।
— Elon Musk (@elonmusk) November 20, 2023
करोड़ों की लागत से किया था लॉन्च
अप्रैल में भी करोड़ों रुपए खर्च कर एलन मस्क ने एक लॉन्च किया था। यह स्टारशिप का पहला लॉन्च था। एलन मस्क के इस प्रोजेक्ट के पीछे मकसद यह है कि वे एक ऐसा रॉकेट बनाना चाहते हैं जो अंतरिक्ष यात्रा में एक गेम चेंजर साबित हो। स्टारशिप रॉकेट ऐसा करने में सक्षम है और इसकी खासियत के अनुसार इसे फिर से इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमें एक साथ 100 लोग बैठ कर अंतरिक्ष में जा सकेंगे। एलन मस्क का लक्ष्य है कि इससे लोगों को मंगल ग्रह पर भेजा जाए।
Watch the three center engines on Starship’s upper stage gimbaling just after separation. Right before they ignite for hot-staging, the engines angle themselves outward to direct their exhaust towards the vented interstage before re-centering for ascent. pic.twitter.com/CCSVXfLcuE
— SpaceX (@SpaceX) November 19, 2023
क्या है एलन मस्क की कंपनी ‘स्पेस एक्स’ का मकसद?
स्पेस एक्स की स्थापना इसी उद्देश्य के साथ की गई है कि जीवन को दूसरे ग्रहों तक पहुंचाया जा सके। एलन मस्क का कहना है कि पृथ्वी पर बड़े उल्कापिंड से महाप्रलय आ सकता है। ऐसे में अगर इंसान मंगल पर भी होंगे तो मनुष्यों की सभ्यता को बचाया जा सकता है। साल 2016 में एलन मस्क ने कहा था कि हमारे पास दो विकल्प हैं। जिनमें से एक धरती पर रहना और खुद को खत्म होते देखना है। वहीं दूसरा विकल्प इंसानों को कई ग्रहों पर बसाना है।