डीपफेक के मामले को लेकर सरकार सख्त है। पीएम मोदी से लेकर अभिनेत्री रश्मिका मन्दाना तक इस डीपफेक की शिकार हो चुकी हैं। इसके बढ़ते मामले और खतरे को लेकर आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने चिंता जताते हुए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार लोगों को एआई और डीपफेक के माध्यम से उत्पन्न होने वाली गलत सूचनाओं से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
"Framework to be created or if need be legislation, to fight deepfake threat": Rajeev Chandrasekhar
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— ANI Digital (@ani_digital) November 21, 2023
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ढांचा बनाना जारी रखेगी और अगर जरूरत पड़ी तो एक नया कानून लाया जाएगा। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि डीपफेक या गलत सूचना भारतीयों के लिए खतरा पैदा न करें।
आवश्यक हुआ तो बनाएंगे नया कानून
केन्द्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने डीपफेक फ्रेमवर्क के हिस्से के रूप में कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वह नया कानून बनाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बड़े पैमाने पर डीपफेक या गलत सूचना खतरा पैदा न करें। उन्होंने कहा 1.2 अरब भारतीयों की सुरक्षा और विश्वास को खतरा न हो जो भारतीय इंटरनेट का उपयोग करेंगे।
#WATCH | Delhi | On PM Narendra Modi's statement on deepfake and misuse of AI, Union Minister Rajeev Chandrasekhar says, "We continue to engage with all the platforms. I have always said that the platforms and the government are partners in ensuring that the internet in India is… pic.twitter.com/jg6gskzhdQ
— ANI (@ANI) November 21, 2023
मंत्री ने कहा,”एआई सशक्तिकरण, विकास और नवाचार का एक उपकरण है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इंटरनेट पर ऐसे लोग हैं जो नुकसान पहुंचाने, समाज में अराजकता पैदा करने, अव्यवस्था पैदा करने, हिंसा भड़काने और गलत सूचना के अन्य रूपों का उपयोग करते हैं। डीपफेक जो एआई द्वारा संचालित गलत सूचना है, इंटरनेट का उपयोग करने वाले भारतीयों की सुरक्षा और विश्वास के लिए वर्तमान खतरा है और हमने पहले ही बहुत मेहनत की है और अप्रैल 2023 में आईटी नियम बनाए हैं।”