दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने ब्रिक्स समूह के देशों से इजराइल और हमास के बीच न्यायसंगत और स्थायी शांति लाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान किया. उन्होंने इजराइल पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया. रामाफोसा ने मंगलवार को पश्चिम एशिया की स्थिति पर ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) नेताओं और आमंत्रित ब्रिक्स सदस्यों की एक ऑनलाइन विशेष संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे.
पीटीआई-भाषा के मुताबिक रामाफोसा ने कहा, ‘इजरायल की कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र चार्टर और जिनेवा कन्वेंशन सहित अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है, इसके प्रोटोकॉल के साथ पढ़ें.’ उन्होंने कहा कि नागरिकों पर हमले और बंधक बनाकर हमास ने अंतरराष्ट्रीय कानून का भी उल्लंघन किया है और उसे इन कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘(लेकिन) इजरायल द्वारा बल के गैरकानूनी उपयोग के माध्यम से फिलिस्तीनी नागरिकों की सामूहिक सजा एक युद्ध अपराध है। गाजा के निवासियों को दवा, ईंधन, भोजन और पानी से जानबूझकर इनकार करना नरसंहार के समान है.’
‘गाजा में हजारों लोगों की विनाशकारी हत्या’
इस बैठक को ‘गंभीर वैश्विक चिंता के मुद्दे को संबोधित करने’ के लिए बुलाई गई बैठक बताते हुए रामफोसा ने कहा कि सात अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर हमले में 1,200 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद से दुनिया गाजा में हजारों लोगों की विनाशकारी हत्या की गवाह रही है, जिनमें से कई महिलाएं और बच्चे हैं.
दक्षिण अफ्रीक्री राष्ट्रपति ने कहा, ‘गाजा के 11,000 से अधिक निवासी मारे गए हैं. कई हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं. बुनियादी ढांचे, घर, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाएं नष्ट हो गई हैं. गाजा की आधी से ज्यादा आबादी विस्थापित हो चुकी है.’
रैपिड डिप्लॉयमेंट फोर्स की तैनाती का प्रस्ताव
पीटीआई-भाषा के मुताबिक रामाफोसा फलस्तीन में ‘संयुक्त राष्ट्र रैपिड डिप्लॉयमेंट फोर्स’ की तैनाती का भी प्रस्ताव रखा, जिसका उद्देश्य शत्रुता की समाप्ति की निगरानी करना और नागरिकों की सुरक्षा के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से फलस्तीनियों और इजराइलियों के नेतृत्व एवं स्वामित्व वाली व्यापक बातचीत करना शामिल है.
‘ब्रिक्स की भूमिका महत्वपूर्ण’
ब्रिक्स देशों के नेताओं के अलावा नए ब्रिक्स भागीदारों – सऊदी अरब, अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं ने भी ऑनलाइन बैठक में भाग लिया.
रामफोसा ने अपने शुरुआती संबोधन में कहा, ‘मानवता के एक बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्लोबल साउथ की एक महत्वपूर्ण आवाज के रूप में हमारा मानना है कि न्यायसंगत और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय प्रयास में ब्रिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका है.’
बता दें ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है.