भारत-कनाडा के बीच रिश्ते सुधरने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। दरअसल भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए फिर से ई-वीजा सेवाएं शुरू कर दी हैं। ये जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है। सितंबर में भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनाव की वजह से दोनों देशों से राजनयिकों का निष्कासन हुआ था। जिसके बाद भारत ने कनाडा के लिए वीजा सेवा निलंबित कर दी थी।
भारत और कनाडा के बीच विवाद क्यों हुआ?
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की जून महीने में ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे स्थित एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या हो गई थी। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या के लिए भारतीय एजेंटों को जिम्मेदार ठहराया था और उनका हाथ इस हत्या में होने की बात कही थी। हालांकि भारत ने सिरे से इन आरोपों का खंडन किया था।
भारत ने की संबंध सुधारने की कोशिश
गौरतलब है कि भारत-कनाडा विवाद के बाद पहली बार पीएम मोदी और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की मुलाकात होने वाली है। दोनों नेताओं की ये मुलाकात जी-20 की वर्चुअल समिट में होने वाली है। ऐसे में मुलाकात से पहले ही भारत के इस कदम की हर तरफ चर्चा हो रही है कि उसने दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया है। बीते 21 सितंबर को भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सर्विस पर रोक लगाई थी।
निज्जर की हत्या पर हालही में सामने आया था जयशंकर का बयान
कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर हालही में विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बयान सामने आया था। उन्होंने बुधवार को कहा था कि भारत किसी जांच से इनकार नहीं कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट की संलिप्तता के कनाडा के आरोपों पर उसे सबूत मुहैया कराने को कहा। जयशंकर ने लंदन में पत्रकार लियोनेल बार्बर के साथ ‘How a Billion People See the World’ टाइटल के साथ आयोजित कार्यक्रम में सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की।
ब्रिटेन की 5 दिन की आधिकारिक यात्रा पर लंदन पहुंचे जयशंकर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा,‘अगर आपके पास ऐसा आरोप लगाने का कोई कारण है तो कृपया सबूत साझा करें क्योंकि हम जांच से इनकार नहीं कर रहे हैं।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कनाडा ने अपने आरोप के समर्थन में भारत के साथ कोई सबूत साझा नहीं किया है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट की ‘संभावित’ संलिप्तता के संबंध में सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण हो गए। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।