बिहार के बेतिया में घर वापसी का मामला सामने आया है, जहां मोहम्मद जावेद ने इस्लाम त्याग करके सनातन धर्म अपना लिया है। उन्होंने अपना नाम शीबू कृष्णदासी रख लिया है। शीबू (पूर्व नाम मोहम्मद जावेद) भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त हैं। न्यूज18 हिंदी में छपी खबर के मुताबिक मोहम्मद जावेद को भगवान कृष्ण की ऐसी लगन लगी कि उन्होंने खुद से ही हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया। सनातन धर्म अपनाने के बाद उन्होंने कहा कि हम सब पहले हिंदू ही थे। उनका मानना है कि उन्होंने अपने धर्म में वापसी की है।
शीबू कृष्णदासी (पूर्व नाम मोहम्मद जावेद) ने बताया कि उन्हें राधा-रानी की भक्ति करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, हालांकि सब समस्याओं के बीच राधा-रानी ने हमेशा उनका साथ दिया और उन्हें राह दिखाई। उन्होंने बताया कि घरवालों और कई लोगों ने उनपर दबाव बनाया, लेकिन उन्होंने कृष्ण भक्ति का साथ नहीं छोड़ा। उन्हें मुस्लिम समुदाय के लोग जान से मारने की धमकी देते हैं।
शीबू कृष्णदासी ने बताया कि कृष्ण भक्त बनने के बाद कई बार उनके घरवालों ने उन्हें बाबाओं के पास झाड़-फूंक के लिए ले गए। उसके बाद मनोचिकित्सक के पास ले गए, जहां डिप्रेशन की कई दवाएं दी गईं, जबकि मैं डिप्रेशन का मरीज नहीं था। मैं बार-बार बोलता था कि “अगर भूत चिपट जाए तो उसका इलाज है, लेकिन नंद का पूत चिपट जाए तो उसका कोई इलाज नहीं है”, शीबू ने कहा कि डिप्रेशन की दवा का बुरा मुझ पर असर पड़ा। इन दवाओं के कारण आज मुझे कई चीज़ें याद नहीं रहतीं।
शीबू ने कहा कि उनमें समाज से अकेले लड़ने की ताकत नहीं हैं, लेकिन ठाकुरजी सदैव उनकी रक्षा करते हैं। शीबू ने कहा कि सनातन धर्म में आने के बाद उन्हें काफी अच्छा लगा। महीने में कई बार वृंदावन जाते हैं और कुछ समय के बाद वह वृंदावन में ही रहने लगेंगे। उन्होंने बताया कि वे एक दुकान में काम करते थे, जहां कृष्णा नाम लिखी हुई एक पन्नी (पॉलीथिन) आया करती थी। उस पन्नी में कृष्णजी की छवि बनी होती थी। उस फोटो को देख उन्हें लगता था कि उन्हें कृष्ण जी बार-बार देख रहे हैं। धीरे-धीरे वह राधा-कृष्ण की भक्ति की तरफ बढ़ते चले गए। अब उन्होंने खुद को भगवान कृष्ण को समर्पित कर दिया है।