प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल जी20 लीडर्स समिट को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद से देशों के विकास तक कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि जी20 में सुनी गई है ग्लोबल साउथ की गूंज सुनी है। नई दिल्ली में लिए गए जी20 समिट के निर्णयों की सराहना की है। जी20 ने मल्टीलेटरलिज्म में विश्वास बढ़ाया है। ग्लोबल गवर्नेंस रिफॉर्म को हमने दिशा दी है। भारत की प्रेसिडेंसी में हमने जी20 को पीपल्स20 की पहचान दी है। भारत के करोड़ों नागरिक जी20 से जुड़े। हमने इसे पर्व की तरह मनाया।
आतंकवाद पर कही ये बात
पीएम मोदी ने कहा कि इजराइल हमास की लड़ाई क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले। हम शांति के लिए काम कर सकते हैं। मानवीय कल्याण के लिहाज से हम आतंकवाद और हिंसा के विरूद्ध हम अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं। इस अपेक्षा की पूर्ति के लिए भारत कदम से कदम मिलाकर चलने को तत्पर है।
एआई पर ये बोले मोदी
उन्होंने कहा कि AI के वास्तविक रेगुलेशन के लिए मिलकर काम करना चाइए। भारत अगले महीने ग्लोबल एआई पार्टनरशिप प्रोग्राम आयोजित कर रहा है। आशा है आप सब भी शामिल होंगे। उन्होंने डीपफेक पर चिंता जताई और कहा कि यह विश्व के लिए चिंताजनक है। इसका दुरुपयोग बंद होना चाहिए। क्लीन एनर्जी पर पीएम मोदी ने कहा कि कोप20 जो यूएई में अगले महीने होगा उस पर क्लीन एनर्जी सहित ऐसे विकल्पों पर गंभीरता से चर्चा करना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि हमने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने का काम किया। महिला सशक्तीकरण के लिए भारत अग्रणी कदम उठा रहा है।
#WATCH | On release of 50 hostages held in Gaza, PM Modi during G20 Virtual Summit says,"…We welcome the news of the release of hostages. We hope all the hostages will be released soon…." pic.twitter.com/TX4i3VYEDD
— ANI (@ANI) November 22, 2023
ग्लोबल साउथ की कठिनाइयों को उठाया
पश्चिम एशिया के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘उम्मीद करते है की सभी होस्टेज जल्द रिलीज हो जाएंगे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमें मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा। ‘वन फैमिली में वह ताकत है कि हम शांति के लिए काम कर सकते हैं।’ पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व की मानवता की इस अपेक्षा की पूर्ति के भारत कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ के देश अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे है जिनके लिए वो जिम्मेदार नहीं है।