झारखंड के कई जिलों में ईसाई मिशनरी बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं। ये गरीब हिन्दुओं को धन, चिकित्सा औऱ बेतरह कैरियर का लालच देकर उनको ईसाई पंथ में कन्वर्ट करने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में गढ़वा जिले में भी मिशनरियों ने बहला-फुसला कर एक हिन्दू परिवार को ईसाई बना दिया था। हालांकि, इसकी खबर लगते ही विश्व हिन्दू परिषद ने मिशनरियों के इस खेल को खराब कर दिया। कन्वर्जन करने वाले परिवार को बैठा कर समझाया गया औऱ उनकी दोबारा से घर वापसी करवाई गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला गढ़वा जिले के टंडवा मुहल्ले में ईसाई मिशनरियों ने तीन महतो परिवारों को ईसाई पंथ में परिवर्तित कर दिया था। इसकी जानकारी मिलते ही हिन्दू संगठनों को लोग परिवार के लोगों से मिले। उनके साथ बैठकर काफी देर तक चर्चा की गई। दौरान उन्हें ईसाई मिशनरियों के रैकेट के बारे में विस्तार से बताया गया। महतो परिवार को हिन्दू संगठन के नेताओं ने बताया कि किस तरह से बरगलाकर ईसाई बनाया जा रहा है।
महतो परिवार की एक बेटी की तबीयत खराब थी, जिसके इलाज के लिए वो बुधवार को चर्च जाने वाला था। हालांकि, समय रहते हिन्दू संगठनों ने ईसाई मिशनरियों की पोल खोल दी। जब परिवार को हिन्दू संगठनों की बातें समझ में आ गई तो उन्हें समझ आया कि सच में उन्हें ईसाई मिशनरियों ने बरगलाया था। फिर क्या था तीनों महतो परिवार ने एक साथ घर वापसी करने की ठानी। इसके बाद सनातन वैदिक परंपरा के अनुसार पूजा पाठ करके इस परिवार ने वापस सनातन हिन्दू धर्म में घर वापसी की।
घर वापसी के बाद परिवार ने कहा कि अपने धर्म में वापस आने के बाद उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। अब कभी भी दोबारा ऐसा नहीं करेंगे। जानकारी मिली है कि कुछ दिन पहले ही स्थानीय लोगों ने ईसाई मिशनरियों को ईसाई किताबों के साथ पकड़ा था। दावा है कि उन्होंने ने ही इस परिवार को बरगलाया था। गौरतलब है कि करीब 6 महीने पहले भी इस इलाके में 30 ईसाई मिशनरियों को पकड़ा गया था।