अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. यह बदसलूकी खालिस्तानी समर्थकों ने की है. उन्होंने तरनजीत सिंह संधू के साथ चल रहे लोगों से लगभग हाथापाई करने की कोशिश की है. यह सब तब हुआ जब वे गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर एक गुरुद्वारे में माथा टेकने गए थे. ठीक इसी दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें आतंकी निज्जर का कातिल बताने लगे. मामला बढ़ते देख अन्य लोगों ने बीच बचाव किया. इसके बाद तरनजीत सिंह संधू वहां से चले गए.
खालिस्तान समर्थकों ने घेर लिया
असल में घटना न्यूयॉर्क के एक गुरुद्वारे में हुई जब वहां भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को खालिस्तान समर्थकों ने घेर लिया. संधू गुरुद्वारे में गुरुपर्व के लिए प्रार्थना करने गए थे. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में संधू को खालिस्तान समर्थकों से घिरे हुए देखा जा सकता है. ये खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर और गुरपतवंत सिंह पन्नू के समर्थन में नारे लगा रहे थे. दोनों को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया है. स्थिति तनावपूर्ण हो गई और संधू को जल्दी से वहां से निकलना पड़ा.
राजदूत के साथ धक्का-मुक्की की
इसके अलावा गुरुद्वारे के बाहर एक प्रदर्शनकारी खालिस्तान का झंडा लहराता हुआ देखा गया. बताया गया कि खालिस्तानियों ने गुरुद्वारे में भारतीय राजदूत के साथ धक्का-मुक्की की कोशिश की. उनसे गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश में भूमिका को लेकर निराधार सवाल भी किए गए. घटना के कुछ ही देर बाद राजदूत संधू अपनी गाड़ी में बैठकर वहां से चले गए. इस घटना का वीडियो तमाम लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है और लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस घटना की बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने निंदा की है.
Khalistanies tried to heckle Indian Ambassador @SandhuTaranjitS with basless Questions for his role in the failed plot to assassinate Gurpatwant, (SFJ) and Khalistan Referendum campaign.
Himmat Singh who led the pro Khalistanies at Hicksville Gurdwara in New York also accused… pic.twitter.com/JW5nqMQSxO
— RP Singh National Spokesperson BJP (@rpsinghkhalsa) November 27, 2023
घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं
यह घटना अकेली नहीं है. इससे पहले भी खालिस्तान समर्थकों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय दूतावास और अन्य भारतीय संस्थानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए हैं. इसके अलावा कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कई जगहों पर खालिस्तानी समर्थकों द्वारा की जानी वाली हिंसाओं की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. इससे पहले खालिस्तानियों ने जुलाई में सैन फ्रांसिस्कों में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर आगजनी की थी.