थाईलैंड में एक शादी समारोह के दौरान उस समय अफरातफरी मच गई जब दूल्हे ने अपनी दुल्हन और 3 अन्य लोगों को गोलियों से भून दिया। बाद में दूल्हे ने खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान मिस्टर चतुरोंग सुकसुक के तौर पर हुई है। चतुरोंग सुकसुक ने पैरालंपिक खेलों में निशानेबाजी और तैराकी में थाईलैंड का प्रतिनिधित्व किया था। मृतक थाईलैंड की पैरामिलिट्री का पूर्व अर्धसैनिक भी है। घटना शनिवार (25 नवंबर, 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना थाईलैंड के नाखोन रत्चासिमा प्रदेश में आने वाले वांग नाम खियो जिले की है। यहाँ के एक गाँव में 29 साल के चतुरोंग 25 नवंबर की सुबह 44 वर्षीया कंचना पचुनथुएक से शादी के बंधन में बँधे थे। दोनों एक प्रेमी जोड़े के तौर पर पिछले 3 वर्षों से लिव इन रिलेशनशिप में थे। शनिवार को ही इन दोनों की शादी की ख़ुशी में पार्टी आयोजित की गई थी। इस पार्टी में चतुरोंग और उनकी पत्नी के नाते-रिश्तेदारों के अलावा कई दोस्तों ने भी शिरकत की थी।
बताया जा रहा है कि चतुरोंग सुकसुक अपनी शादी की पार्टी में थोड़ा अपसेट और नाराज से दिख रहे थे। थोड़े समय बाद चतुरोंग पार्टी छोड़ कर कहीं बार चले गए। जब चतुरोंग वापस लौटे तो उनके हाथों में 9 MM की एक पिस्टल दिख रही थी। उन्होंने वापस आते ही अचानक समारोह में गोलियाँ बरसानी शुरू कर दीं। ये गोलियाँ उन्होंने अपनी बीवी कंचना, 62 वर्षीया सास और 38 वर्षीया साली को निशाना बना कर चलाईं थीं। हमले में तीनों की मौत हो गई। गोलीबारी की चपेट में शादी समारोह में मौजूद 2 मेहमान भी आए।
इन दोनों मेहमानों को इलाज के के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहाँ एक मेहमान ने दम तोड़ दिया। वहीं दूसरे घायल का इलाज चल रहा है। हमले के बाद चतुरोंग ने खुद को भी गोली मार ली जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया जा रहा है कि दूल्हा दिव्यांग था और उसको डर था कि कहीं भविष्य में उसकी बीवी उसको छोड़ न दे। कुछ लोगों के अनुसार पार्टी में पति-पत्नी में बहस भी हुई थी। हालाँकि पुलिस मामले की जाँच-पड़ताल में जुटी हुई है।
मृतक चतुरोंग पहले थाईलैंड की पैरामिलिट्री में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान हुई एक दुर्घटना में चतुरोंग ने दायाँ पैर खो दिया था। इसके बाद उन्होंने पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लिया। साल 2022 में इंडोनेशिया में 11वें आसियान पैरा खेलों में चतुरोंग ने रजत पदक जीता था।