एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने मालदीव और पाकिस्तान सहित हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों को लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि महासागरों को एक साझी विरासत माना जाता है। समुद्र का इस्तेमाल किसी भी देश की वैध आर्थिक आकांक्षाओं के लिए किया जा सकता है।
नौसेना प्रमुख ने कहा, “चीन के पास आर्थिक गतिविधियों को करने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूद रहने का एक वैध कारण हो सकता है, लेकिन हिंद महासागर में स्थानीय नौसैनिक शक्ति (भारत) के रूप में हम इस बात पर नजर रखे हुए हैं कि वहां क्या हो रहा है।”
हम हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी करते हैं- नौसेना प्रमुख
उन्होंने कहा, “हम हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूद किसी भी देश की निगरानी करते हैं और हम इसका पता लगाने की कोशिश करते हैं कि समुद्र में चीन की गतिविधियां कैसी हैं। साथ ही यहां मौजूद देश किन कामों में संलिप्त हैं और उनके इरादे क्या हैं।”
#WATCH | On Chinese activities in the Indian Ocean Region including Maldives and Pakistan, Indian Navy Chief Admiral R Hari Kumar says, "The oceans are considered a common heritage. Oceans can be used for the legitimate economic aspirations of any nation. China may have a… pic.twitter.com/eoArk1b4q0
— ANI (@ANI) December 1, 2023
हम क्षेत्र में होने वाली किसी भी घटना से वाकिफ- एडमिरल
एडमिरल हरि कुमार ने कहा, “इसको देखते हुए भारतीय नौसेना की तैनाती जाती है। इसमें निगरानी के लिए जहाज, पनडुब्बियां, विमान, यूएवी आदि तैनात होते हैं। हम अपने क्षेत्र में निगरानी के लिए नियमित रूप से तैनाती करते हैं। हम इस क्षेत्र में होने वाली किसी भी घटना से वाकिफ हैं।”