सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को भगवान राम की नगरी अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने हनुमानगढ़ी में जाकर दर्शन की और पूजा-अर्चना की। सीएम योगी यहां कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बता दें कि अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है। रनवे का काम भी पूरा हो गया है। सीएम योगी ने इस बात की जानकारी शीतकालीन सत्र के दौरान दी थी। बता दें कि इस दौरान अयोध्या में सीएम योगी के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंचे थे। हनुमानगढ़ी में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पूजा-अर्चना की। बता दें कि शनिवार को मुख्यमंत्री अयोध्या एयरपोर्ट का निरीक्षण करने जाएंगे। हनुमान गढ़ी पहुंचे सीएम योगी, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ केंद्रीय वीके सिंह भी पहुंचे थे।
सीएम योगी समेत सिंधिया पहुंचे हनुमागढ़ी
बता दें कि शनिवार को योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ में अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे और इस मौके पर 50 बसों, 38 इंटरसेप्टर, 12वैन को हरी झंडी दिखाएंगे। इस दौरान सीएम 4100 इलेक्ट्रिक बसों के लिए अनुदान राशि भी देंगे। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सीएम योगी के साथ यहां मौजूद रहेंगे। संभावना जताई जा रही है कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही श्रीराम एयरपोर्ट पर हवाई उड़ान शुरू हो सकती है। यहां सबसे पहले दिल्ली और अहमदाबाद के बीच उड़ान शुरू की जा सकती है।
#WATCH उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य का जायजा लिया। pic.twitter.com/Tf9Mo8qkKe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2023
22 जनवरी को होगी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
बता दें कि 22 जनवरी 2023 को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोरों से चल रही है। 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत देशभर के 4 हजार से ज्यादा संत इसमें शामिल होने पहुंचेंगे। इसके लिए संतों, संघ के पदाधिकारियों, पुराने संघ कार्यकर्ताओं, विश्व हिंदू परिषद समेत कई हिंदू संगठनों को भी आमंत्रण पत्र भेजा गया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसमें शामिल होने के लिए न्यौता दिया गया है, जिसमें पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया है। बता दें कि इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए संतों को 21 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचना होगा।