उत्तराखंड में राज्य के तीसरे डॉपलर रडार ने काम करना शुरू कर दिया है। ये रडार लैंसडाउन में लगाया गया है। इससे 100 किलोमीटर एरिया में मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी हासिल हो सकेगी।
पौड़ी के कैंट एरिया के पास ऊंचाई वाले क्षेत्र में इस रडार के लग जाने से पौड़ी जिले के साथ साथ चमोली ,रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले के कई क्षेत्रों में मौसम के बदलने की जानकारी अपडेट होती रहेगी। आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए ये डॉपलर रडार बेहद उपयोगी साबित हुए हैं, इनका सफल प्रयोग लद्दाख क्षेत्र में हुआ था,उसके बाद भारत सरकार ने इसे पहाड़ी राज्यों के साथ-साथ समुद्री तटों पर भी लगाने का काम शुरू किया है।
उत्तराखंड में केदारनाथ त्रासदी के बाद इसे यहां स्थापित किए जाने की कवायद चल रही थी। राज्य की धामी सरकार के प्रयासों के बाद केंद्र की सहायता से अभी तक तीन रडार यहां स्थापित कर दिए गए हैं। नैनीताल के मुक्तेश्वर में पहला और दूसरा, टिहरी के सुरकंडा में पहले दो रडार लगाए जा चुके हैं। इन रडारों के लग जाने से बादल फटने की घटनाओं की पूर्व जानकारी मिल जाने से प्रभावित होने वाले क्षेत्र की आबादी को सुरक्षित स्थानों में भेजा जा सकेगा।