अमेरिका की बाइडेन सरकार ने अमेरिका में रह रहे भारतीय लोगों के लिए बड़ा तोहफा दिया है. अमेरिकी सरकार ने H-1B वीजा के डोमेस्टिक रिन्यूअल का पायलट प्रोग्राम शुरू किया है. इस प्रोग्राम के तहत, अमेरिका में काम कर रहे भारतीय आईटी पेशेवरों को अब वीजा नवीनीकरण के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं होगी. वे अमेरिका में ही अपने वीजा का नवीनीकरण कर सकेंगे. यह प्रोग्राम 24 जनवरी, 2024 से शुरू होगा. इस प्रोग्राम के तहत, केवल भारतीय और कनाडाई नागरिक ही आवेदन कर सकते हैं. आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. आवेदन करने के लिए, आवेदकों को अपने नियोक्ता से एक स्वीकृति पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे.
दरअसल, इस प्रोग्राम से भारतीय आईटी पेशेवरों को कई फायदे होंगे. सबसे पहले, उन्हें वीजा नवीनीकरण के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं होगी. इससे उन्हें समय और पैसे की बचत होगी. दूसरा, उन्हें वीजा नवीनीकरण की प्रक्रिया में देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा. तीसरा, उन्हें वीजा नवीनीकरण के लिए किसी एजेंट या वकील को नियुक्त करने की जरूरत नहीं होगी. जून में जब पीएम मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर गए थे, तब इस प्रोग्राम की घोषणा की गई थी. इस प्रोग्राम से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. यह प्रोग्राम भारतीय आईटी पेशेवरों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. यह प्रोग्राम उन्हें अमेरिका में काम करने और अपने करियर को आगे बढ़ाने में मदद करेगा
H-1B वीजा को कब शुरू किया गया?
एच-1बी वीजा अमेरिकी कंपनियां अपने विदेशी कर्मचारियों के लिए जारी करती हैं. इसे इमीग्रेशन एंड नेशनलिटी एक्ट की धारा 101 (A) (15)(H) के तहत जारी किया जाता है. इसकी शुरुआत 1990 में हुई थी. एच-1बी वीजा की अवधि लगभग तीन साल की होती है. हालांकि, इसे 6 साल तक बढ़ाया जा सकता है. जिन लोगों का एच-1बी वीजा खत्म हो जाता है, उन्हें अमेरिका में नागरिकता के लिए आवेदन करना होता है. अब तक, H-1B वीजा धारकों को अपने वीजा को रिन्यू करवाने के लिए अपने देश लौटना पड़ता था. यह प्रक्रिया लंबी और जटिल होती थी.
अमेरिका में रहते हुए ही आवेदन कर सकते हैं
नई प्रक्रिया के तहत, H-1B वीजा धारक अपने वीजा को रिन्यू करवाने के लिए अमेरिका में रहते हुए ही आवेदन कर सकते हैं. उन्हें अपने वीजा के साथ कुछ आवश्यक दस्तावेजों को मेल करना होगा. अभी तक H-1B वीजा रिन्यूअल के लिए आवेदकों को भारत लौटना पड़ता था. उन्हें वीजा आवेदन के लिए सभी दस्तावेज जमा करने होते थे और फिर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता था. यह प्रक्रिया कई महीनों तक चलती थी और इस दौरान आवेदकों को अमेरिका छोड़ना पड़ता था. लेकिन अब व्हाइट हाउस ने एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत H-1B वीजा धारक अपने वीजा को अमेरिका में रहकर ही रिन्यू करवा सकते हैं.